नई दिल्ली । DRS की सही फुल फॉर्म डिसिजन रिव्यु सिस्टम है, लेकिन सोशल मीडिया पर डीआरएस को धौनी रिव्यु सिस्टम के नाम से जाना जाता है। इसके पीछे का कारण ये है कि विकेट के पीछे खड़े होकर एमएस धौनी जब भी डीआरएस कॉल लेते हैं तो उसका नतीजा 10 में से 9 बार टीम के पक्ष में होता है। हालांकि, धौनी शुरुआत में डीआरएस के फैन नहीं थे। इस बात का खुलासा पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने किया है।पाकिस्तान की ब्रॉडकास्टर सवेरा पाशा के साथ यूट्यूब पर बात करते हुए आकाश चोपड़ा ने कहा है, "भारत श्रीलंका के खिलाफ एक सीरीज के दौरान लगभग 2008 में DRS का उपयोग करने वाली पहली टीम थी। एमएस धौनी टीम के कप्तान नहीं थे, अनिल कुंबले थे।