ऑनलाइन मनाया14वां सांख्यिकी दिवस

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Published on : 30 Jun, 20 05:06

जिला, ब्लॉक व वार्ड वाईज कोरोना सेन्सेटिव मेपिंग पर दिया जोर

ऑनलाइन मनाया14वां सांख्यिकी दिवस

उदयपुर / 14वां सांख्यिकी दिवस निदेशालय आर्थिक एवं सांख्यिकी जयपुर द्वारा विडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त जिलों में मनाया गया। यह समारोह यू-ट्यूब पर लाईव हुआ।
आर्थिक व सांख्यिकी संयुक्त निदेशक पुनीत शर्मा ने बताया कि इस बार सांख्यिकी दिवस की थीम कोविड-19 महामारी के दौरान समंक संकलन में चुनौतियां पर आधारित थी। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार ने जिला, ब्लॉक व वार्ड वाईज कोरोना सेन्सेटिव मेपिंग पर जोर दिया जिससे फिल्ड सर्वेयर को व अन्य लोगो को सूचना के आधार पर सजग किया जा सके एवं राज्य सरकार को नीति निर्माण में सहायता प्राप्त हो सके। उन्होंने कोरोना का अर्थव्यवस्था व अन्य क्षेत्रों पर प्रभाव के अध्ययन की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इस विषय पर जिला एवं ब्लॉक स्तर पर अध्ययन किया जाए। विभाग के संयुक्त शासन सचिव अभिमन्यु कुमार ने सांख्यिकी के आमजन पर पड़ने वाले प्रभावों व जीवन स्तर में सुधार हेतु आकड़ों व विभाग के कार्याें की प्रशंसा करते हुए रियल टाईम डेटा विश्लेषण पर प्रकाश डाला।
आईआईएचएम के प्रोफेसर एस.डी.गुप्ता ने कोविड के कुशल प्रबंधन एवं नियंत्रण हेतु राज्य एवं जिला टीमों की सराहना की तथा नियंत्रण हेतु अपनाए गए उपायों, जागरूकता अभियानों की महत्ता बताई। राजस्थान विश्वविद्यालय की सांख्यिकी सहायक आचार्या श्रीमती नेहा अरोड़ा ने कोविड़ काल में सांख्यिकी आंकड़ो का संग्रहण व विश्लेषण में मशीन लर्निंग के उपयोग के बारे में बताया।
निदेशक ओमप्रकाश बैरवा ने विभागीय कार्याें की ऑनलाइन एवं पोर्टल पर गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। राज्य स्तरीय समारोह में दो जिलों एवं दो ब्लॉकों द्वारा प्रजेंटेशन दिया जिसमें उदयपुर से संयुक्त निदेशक पुनीत शर्मा ने डिस्ट्रीक्ट प्रोफाईल एवं विभागीय कार्याें की समस्त गतिविधियों के बारे में बताया। शर्मा ने जनगणना, पहचान पोर्टल एवं कृषि संबंधि कार्याें की रियल टाईम डेटा की आवश्यकता एवं धरातल स्तर पर सांख्यिकी तंत्र का महत्व एवं चुनौतियां व इसके सुदृढ़ीकरण की बात कही। उन्होंने कहा कि मशीन लर्निंग व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट का भावी योजनाओं के निर्माण व संचालन हेतु उपयोग किया जाए जिससें उपभोक्ताओं को विभिन्न योजनाओं का सीधा व सुलभ लाभ प्राप्त हो सके उन्होंने यह भी बताया कि जनआधार कार्ड भावी योजना निर्माण व भावी अनुमान लगाने में मशीन लर्निंग व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जनकल्याण में महती भूमिका निभा सकता है।
ऑनलाईन कार्यशाला में सचिवालय, आयोजना विभाग, आई.टी. विभाग के अधिकारी व कर्मचारी एवं महाविद्यालय व्याख्याताओं ने राज्य, जिला एवं ब्लॉक स्तर से भाग लिया। प्रमुख शासन सचिव ने विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों को उत्कृष्ट कार्याें के लिए पी.सी.महालनोबिस पुरस्कार प्रदान किये।


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