कोरोना महामारी में संकटमोचक बनी राज्य सरकार

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Published on : 27 Jun, 20 05:06

कुवैत से उदयपुर पहुंचे 170 प्रवासी श्रमिक, मुख्यमंत्री का जताया आभार

कोरोना महामारी में संकटमोचक बनी राज्य सरकार

उदयपुर / वैश्विक महामारी घोषित हो चुके कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच कुवैत में आजीविका अर्जन के लिए गए हुए उदयपुर संभाग के 170 प्रवासी भारतीय श्रमिकों के लिए राज्य सरकार संकटमोचक साबित हुई है क्योंकि उनकी मांग पर मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के प्रयासों से सरकार इन प्रवासी श्रमिकों को स्वदेश लाई है और अब वे क्वारेंटाईन अवधि व्यतीत करने के बाद अपने घर को जा सकेंगे।
संभागीय आयुक्त विकास एस.भाले ने बताया कि उदयपुर संभाग से कई लोग कुवैत में रोजगार के लिए गए हुए थे और कोरोना महामारी के बाद पिछले कई दिनों से सरकार को उनके और परिजनों द्वारा स्वदेश लाने की मांग की जा रही थी। ये प्रवासी कुवैत में बतौर श्रमिक नियोजित थे और इनकी परेशानियों को जानकर राज्य सरकार द्वारा विदेश मंत्रालय से संपर्क किया गया और इन्हें ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत गुरुवार को जयपुर लाया गया, जहां से श्रमिक स्पेशल बसों के माध्यम से आज सुबह उदयपुर लाकर पद्मपत सिंघानिया विश्वविद्यालय में संस्थागत क्वारेंटाईन में रखा गया है। उन्होंने बताया कि इन समस्त प्रवासियों के आवास, भोजन आदि की संपूर्ण व्यवस्थाएं राज्य सरकार की ओर से की जा रही है। क्वारेंटाईन अवधि में इनकी नियमित स्वास्थ्य जांच की जाएगी और समस्त क्वारेंटाईन अवधि के बाद स्वास्थ्य जांच के बाद ही इन्हें अपने घर भेजा जाएगा।
4 जिलों के 170 प्रवासी:
संभागीय आयुक्त श्री भाले ने बताया कि संभाग के 4 जिलों के कुल 170 प्रवासी उदयपुर पहुंचे है जिनमें उदयपुर जिले के 51, डूंगरपुर के 45, प्रतापगढ़ के 6 तथा बांसवाड़ा जिले के 68 प्रवासी सम्मिलित हैं। सिंघानियां विश्वविद्यालय में फिलहाल उदयपुर जिले के 34 व उदयपुर में रहने वाले चित्तौड़ के 8, प्रतापगढ़ के 7 व राजसमंद के 2 प्रवासी हैं। अन्य प्रवासियों को सीधे संबंधित जिलों में बसों के माध्यम से भेजा गया है जो वहां पर संस्थागत क्वारेंटाईन में रहेंगे। उन्होंने बताया कि प्रवासियों के जिलों में पहुंचने के दौरान क्वारेंटाईन की उचित व्यवस्थाओं के लिए संभाग के समस्त जिलों में राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी को जिला क्वारेंटाईन प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है जिसमें डूंगरपुर में जिला परिषद सीईओ तथा अन्य जिलों में अतिरिक्त जिला कलक्टर को प्रभारी बनाया गया है।
मुख्यमंत्री का जताया आभार:
इधर, सिंघानिया विश्वविद्यालय में संस्थागत क्वारेंटाईन में रह रहे प्रवासी धरियावाद-प्रतापगढ़ के निरंजनलाल शर्मा, उदयपुर के लोकेश आचार्य व मोहम्मद सबीर, ऋषभदेव के योगेश, भींडर के मीर हुसैन ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा उनको स्वदेश लाने में बड़ा सहयोग किया गया है वहीं क्वारेंटाईन सेंटर पर भी बहुत ही अच्छी व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्हें खुशी है कि कई दिनों से कुवैत में फंसे रहने के बाद वे अब क्वारेंटाईन होकर अपने घर जा सकेंगे व परिजनों से मिल सकेंगे। उन्होंने अपनी सकुशल स्वदेश वापसी के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार भी जताया है।


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