कोटा (डॉ. प्रभात कुमार सिंघल) | श्री पायरा हनुमान मंदिर परिसर पर मंगलवार को श्री पायरा हनुमान गोशाला का शुभारंभ कलश यात्रा, हवन पूजा, रामायण, गो पूजन, कन्याभोज सादगी व सामाजिक दूरी के साथ बाबा निरंजन नाथ जी अवधूत के मुख्य आतिथ्य, लटूरलालयादव भामाशाह डूंगरपुर की अध्यक्षता, विशिष्ट अतिथि रामदास महाराज गौशाला लटूरी, सरपंच एवं गौशाला अध्यक्ष प्रदीप मेरोठा की मौजूदगी में संपन्न हुआ। सरपंच मेरोठा ने बताया कि गोशाला का शुभारंभ होने से अब बेघर हुई गायों को दर-दर भकटना नहीं पड़ेगा और उनको संरक्षण मिलेगा।
सादा समारोह की अध्यक्षता कर रहे केन्द्रीय संत मार्गदर्शक मण्डल विहिप के सदस्य बाबा निरंजन नाथ अवधूत ने उपस्थित श्रद्वालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि गौसेवा करना किसी तपस्या से कम नहीं है। धर्म का कार्य करने वालों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होने कहा कि कस्बे के युवाओं ने जिस हौसले के साथ गौशाला के काम को अंजाम दिया है उस हौसले को जनता कम नहीं होने दे। हर हिन्दू परिवार में एक गाय की सेवा अवश्य होनी चाहिए।
इस मौके पर मां गायत्री देव संस्कृती गोशाला लटूरी के व्यवस्थापक संत रामदास महाराज ने कहा कि भगवान कृष्ण ने गौसेवा के माध्यम से सभी को गौसेवा करने का संदेश दिया। मोईकलां सरपंच व गौशाला अध्यक्ष प्रदीप मेरोठा ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान युवाओं, मोईकलां-डूंगरपुर के ग्रामीणों व आसपास के गांवों के भामाशाहों से चर्चा कर गोशाला निर्माण की चर्चा की थी। लोगों का इतना सहयोग मिलेगा इसकी उम्मीद नहीं थी। गोशाला का संचालन शुरू होने के बाद अब मेगा हाइवे पर गायों को बेमौत मरने के लिए नहीं रहने दिया जाएगा। जिस विश्वास के साथ लोगों ने सहायत की है उनके विश्वास पर पूरी तरह से कायम रखा जाएगा।
इस मौके पर भामाशाह लटूरलाल यादव, नंदी गौशाला बारां के व्यवस्थापक प्रभूदयाल नागर, गौसेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष खेमराज यादव, पायरा हनुमान मंदिर पुजारी महाराज बुन्देलदास व श्री पायरा हनुमान गोशाला के अध्यक्ष प्रदीप मेरोठा सहित कस्बे व आसपास के गांवों के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। इस मौके पर संचालनकर्ता सत्यनारायण मेरोठा द्वारा बार-बार मास्क लगाने व सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की गई। अंत में रासबिहारी यादव ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
मौके पर इन्होने किया सहयोग-
पायरा हनुमान मंदिर पर डूंगरपुर गांव निवासी भामाशाह लटूरलाल यादव ने गौशाला के लिए एक लाख 25 हजार, बद्रीप्रसाद सोनी ने 20 हजार, शिक्षक देवकृष्ण यादव की और से 5 हजार व स्वर्गीय बाबूलाल यादव के पुत्र कैशव यादव ने 5 हजार की राशि सहयोग के रूप में देने की घोषणा की। गौरतलब है कि डूंगरपुर निवासी लटूरलाल यादव हर वर्ष अनके गौशालाओं में लाखों रूपए का सहयोग करते आए है।