कॉपनहेगन । एक तरफ जहां कोरोना से शुरू हुई जंग में बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी और दूसरे योद्धा इसकी चपेट में आ रहे हैं वहीं डेनमार्क ने इसका एक सफल उपाय खोज निकाला है। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न डेनमार्क ने दुनिया का पहला पूरी तरह ऑटोमैटिक रोबोट तैयार कर लिया है। ये अकेले ही कोविड-19 का टेस्ट करने में सक्षम है। इसकी वजह से स्वास्थ्यकर्मी सीधेतौर पर इसकी चपेट में आने से बच सकते हैं। इस रोबोट को बनाने वाले शोधकर्ताओं का कहना है कि किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए खून की जांच से लेकर स्वॉब टेस्ट तक किया जाता है। स्वाब टेस्ट के लिए नाक या गले के अंदर एक लंबा सा ईयरबड जैसा दिखने वाला स्वॉब डाल कर सैंपल लिया जाता है, लेकिन इसमें सैंपल लेने वाले के संक्रमित होने का खतरा रहता है।