गांवों में भी मनरेगा के तहत छात्रा-छात्राओं को अच्छे खेल मैदान मिलेंगे

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Published on : 23 May, 20 03:05

गांवों में भी मनरेगा के तहत छात्रा-छात्राओं को अच्छे खेल मैदान मिलेंगे

भीलवाडा / अलग - अलग खेलो के लिए खेल मैदान ,स्टेडियम ,दर्शक दीर्घा आदि केवल शहरी बच्चों के लिए ही संभव माना जाता था, अब यह सपना महात्मा गंाधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना द्वारा ग्रामीण बच्चों के लिए भी साकार हो पाया है । महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत स्वीकृत किये गये खेल मैदानों में गांव की मांग के अनुसार फुटबाल ,बास्केटबाॅल ,लाॅन टेनिस ,एथेलेटिक ट्रेक व पवेलियन आदि भी तैयार किये जा रहे है। जिले में 286 खेल मैदान के कार्य विभिन्न ग्राम पंचायतों में स्वीकृत किये गये है।
             जिले मे मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गोपालराम बिरड़ा ने बताया कि संसाधनों के अभाव में झूझने वाले ग्रामीण अंचलों में महात्मा गांधी नरेगा योजना से एक गांव चार काम में तहत करवाये जा रहे खेल मैदान निर्माण कार्यो ने ग्रामीण खेल मैदानों की सुरत ही बदल डाली है। महात्मा गंाधी नरेगा योजना के तहत विगत वर्ष में मनरेगा योजना में 100 दिवस की कार्य योजना के तहत प्रत्येक पंचायत समिति में खेल मैदान ,चारागाह विकास कार्य ,श्मशान घाट विकास कार्य ,माॅडल तालाब के कार्यो को स्वीकृत किया जाकर कार्य प्रारम्भ करवाये गये।
     जिले मे मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गोपालराम बिरड़ा ने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में इस वर्ष में श्रमिको द्वारा कार्य की मांग की अधिकता को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा योजना का विस्तार करते हूए एक गांव चार काम योजना में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत ग्राम पंचायत के प्रत्येक गांव में मनरेगा अन्तर्गत खेल मैदान ,चारागाह विकास कार्य ,श्मशान घाट विकास कार्य ,माॅडल तालाब के कार्य करवाये जायेगे।
     उन्होंने बताया कि पंचायत समिति आसीन्द में खेल मैदान के 40 कार्य, बनेडा में 15, बिजौलियां में 14, हुरडा में 21, जहाजपुर में 22, शाहपुरा में 24,  कोटडी में 30, मांडल में 37, मांडलगढ में 25, रायपुर में 18, सहाडा में 17 एवं सुवाणा में 23 खेल मैदान कार्य स्वीकृत किये गये हैं।
      महात्मा गांधी नरेगा योजना से तैयार किये जा रहे इन खेल मैदानों के निर्माण से ग्रामीण प्रतिभाओं का बहूमुखी विकास हुआ है। ग्रामीण बच्चों में जो प्रतिभा दबी हुई थी उस प्रतिभा को एक सही दिशा प्रदान हो पाई है । ग्रामीण क्षेत्रा के विभिन्न शारीरिक शिक्षकेां द्वारा भी यह खेद व्यक्त किया जाता था कि संसाधनो के अभाव में प्र्रतिभाओं को सही दिशा नही मिल पा रही है ं। परन्तु मनरेगा योजनान्तर्गत निर्मित खेल मैदान इस कमी को पूरा कर पाने में काफी हद तक सार्थक साबित हो रहे है ।
      जिले की पचंायत समिति माण्डल में करेडा ग्राम पंचायत ,सुवाणा पंचायत समिति की कौचरिया ग्राम पंचायत में निर्मित किये गये खेल मैदानों में जिला स्तरीय व राज्य स्तरीय खेल कूद प्रतियोंगिताओं का आयोजन भी हो चुका है जिनमें क्षेत्रिय बालक-बालिकाओं द्वारा अपना कौशल दिखाया जा चूका है ।
     राजकीय विद्यालयों में जिले पहला लाॅन टेनिस मैदान महात्मा गांधी नरेगा योजना से रा.उ.मा विधालय कोचरिया में बनाया गया और इस खेल मैदान में स्थानिय विधालय की छात्राओं द्वारा अभ्यास किया जाकर 19 आयु वर्ग खेलकूद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
    ग्राम पंचायत कोचरिया विद्यालय के शारीरिक शि़क्षक मदनमोहन जीनगर का कहना है कि ग्रामीण अचंल की इन बालिकाओं के जीवन में इस प्रकार के खेलो में भाग लेना व पुरस्कार जीत पाना मनरेगा योजना से ही संभव हो पाया है ।
            मनरेगा योजना से करवाये गये खेल मैदान कार्यो से ग्रामीण अंचल की बालिकाओं के जीवन में एक सकारात्मक परिवर्तन आया है । ग्रामीण क्षेत्रा की बालिकाओं के लिए शहर में आकर खेलो का अभ्यास कर पाना सभंव नही था। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत ग्राम पंचायत स्तरीय विद्यालय में करवाये गये यह कार्य छात्राओं के जीवन में नई दिशा दिखाने वाले है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बावडी पंचायत समिति आसीन्द की छात्रा राजश्री शर्मा ने कहा है कि विधालय में खेल मैदान बनने से अब हम सभी ग्रामीण छात्राओं का खेलने राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का सपना पूरा हो पायेगा।


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