जिला कलक्टर के आह्वान पर निशुल्क सेवाएं देगी ई-टेक

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Published on : 09 Apr, 20 11:04

कोरोना वायरस संक्रमण व बचाव कोविड-19 अपशिष्ट के लिये वाहन तैयार

जिला कलक्टर के आह्वान पर निशुल्क सेवाएं देगी ई-टेक

श्रीगंगानगर,  कोरोना वायरस संक्रमण महामारी के दौरान कोविड-19 से संक्रमित नागरिकों के अपशिष्ट का भारत सरकार की गाइडलाइन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा निर्देशों के अनुरूप कोरोना अपशिष्ट का सीटीएफ के माध्यम से विधिवत निस्तारण किया जायेगा। इसके लिये अपशिष्ट निस्तारण में लगे ई-टेक प्रोजेक्ट के प्रबंध निदेशक श्री घनश्याम पुरोहित ने बताया कि जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद एम नकाते के सहयोग के आह्वान पर कोरोना अपशिष्ट का निशुल्क संग्रहण एवं निष्पादन किया जायेगा। गंगानगर व हनुमानगढ़ जिले में संचालित आईसोलेशन एवं क्वारनटाईन सेन्टर से अपशिष्ट संग्रहित कर निष्पादन किया जायेगा। कोरोना से संक्रमित अपशिष्ट के संग्रहण व परिवहन के लिये वाहन की व्यवस्था की गई है। चिकित्सा विभाग द्वारा कोविड-19 के अपशिष्टों का उठाव व निष्पादन के लिये दरें निर्धारित की गई हैं, लेकिन राष्ट्रहित को देखते हुए कोरोना से संबंधित अपशिष्ट का निशुल्क संग्रहण व निष्पादन किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण महामारी के दौरान विभिन्न संस्थाएं, नागरिक सहयोग कर रहे हैं। इसी श्रृंखला में कोरोना अपशिष्ट का निशुल्क निस्तारण कर सहयोग प्रदान किया जायेगा।

कोरोना वायरस के दौरान भी माल परिवहन के कुशल प्रबंधन में रेलवे की महती भूमिका
देश में कोरोना वायरस के बढते संक्रमण से आज सभी लोग परेशान हैं तथा आमजन इस संकट के समय एकजुट होकर इसका मुकाबला कर रहे हैं। 
लाॅकडाउन के समय रेलवे आमजन के सहयोग के लिये अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है। रेलवे द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है कि देश में आवश्यक सामग्री की आपूर्ति में किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिये मालगाड़ियों का संचालन निरंतर व निर्बाध रूप से किया जा रहा है।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री दीपक कुमार ने बताया कि उत्तर रेलवे द्वारा लाॅकडाउन की अवधि के दौरान विशेष प्रयास किये जा रहे हैं, जिनके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि माल परिवहन में किसी भी प्रकार की कोई कठिनाई न हो साथ ही इन कार्याें में लगे रेलकर्मियों को भी अतिरिक्त सहायता प्रदान कर उनको कोरोना वायरस के संक्रमण से दूर रखा जाये व उनका मनोबल हमेशा बढा रहे। 
उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा 21 आपदा प्रबंधन स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया जिसके माध्यम से विभिन्न स्टेशनों पर कार्यरत कर्मचारियों को सैनिटाइजर, मास्क, गलव्स इत्यादि सुरक्षा सामग्री उपलब्ध करवाई गई है।
उन्होने बताया कि इसी प्रकार कार्यालय व अन्य स्थानों पर कम से कम व्यक्तियों की उपस्थिति हो, इसके लिये परिचालन से जुड़े लगभग 63 प्रतिशत स्टाफ को रोस्टर, वर्क फ्राम होम करने का प्रावधान किया गया है। यात्राी रेलसेवाओं के बंद होने के कारण उत्तर पश्चिम रेलवे के 15 रेलखण्डों को बंद किया गया है तथा 95 प्रतिशत कर्मचारियों व उनके परिवारजनों ने आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप को डाउनलोड किया है तथा कोरोना वायरस से संबंधित नवीनतम जानकारियां व निर्देश प्राप्त कर रहें है। रेलकर्मियों की कोरोना वायरस से संबंधित विषयों पर नियमित तौर से काउंसलिंग की जा रही है। ज़रूरतमंद, लाइन स्टाफ व अन्य जनों को मास्क, सैनिटाइजर व खाने के पैकेट उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। रेलकर्मी यह मानते हैं कि उनको देश में आवश्यक सामग्री की आपूर्ति नियमित रूप से करने की जिम्मेदारी मिली है जिसके लिये वे निर्बाध रूप से मालगाड़ियों व पार्सल गाड़ियों का निरन्तर संचालन कर रहे है।
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कोरोना वायरस संक्रमण व बचाव

आयुर्वेद के चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाॅफ दे रहे हैं सेवाएं
श्रीगंगानगर,  कोविड-19 के दौरान जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग द्वारा जहां-जहां आईसोलेशन व क्वारनटाईन सेन्टर बनाये गये हैं, उनमें आयुर्वेद विभाग भी अपनी सेवाएं दे रहा है।
जिला आयुर्वेद अधिकारी श्री हरिन्द्र सिंह दावड़ा ने बताया कि जिले में संचालित आईसोलेशन सेन्टर व क्वारनटाईन सेन्टर, जो संचालन में हैं, उन सेन्टरों पर आयुर्वेद विभाग के चिकित्सकों व पेरामेडिकल स्टाफ की सेवाएं रोटेशन के अनुसार ली जा रही हैं। जिन चिकित्सकों व पेरामेडिकल स्टाफ को उतरदायित्व दिये गये हैं, उनकी भली प्रकार से पालना की जा रही है।


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