पालन-पोषण प्राणी सेवा संस्थान :17000 भोजन पैकेट वितरित, 3 किचन स्थापित, 16 घण्टे कार्यकर्ता कर रहे काम

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Published on : 08 Apr, 20 14:04

 पालन-पोषण प्राणी सेवा संस्थान :17000 भोजन पैकेट वितरित, 3 किचन स्थापित, 16 घण्टे कार्यकर्ता कर रहे काम

उदयपुर। कोरोना महामारी के संक्रमण के बीच हर ओर से मदद के हाथ आगे आ रहे हैं। इस संक्रमण में खासतौर से दो वक्त का खाना नहीं मिलने से कई गरीब लोग परेशान हैं। लेकिन इनकी भूख को शांत करने के लिए भी कई दानदाता और समाजसेवी लगातार भोजन पैकेट वितरित कर रहे हैं। उदयपुर की पालन-पोषण प्राणी सेवा संस्थान द्वारा भी 25 मार्च से शहर के कई इलाकों में दिहाड़ी मजदूर, भूखों, जरूरतमंदों और विस्थापित लोगों तक दिन में दो वक्त खाना पहुंचाया जा रहा है। संस्थान के अध्यक्ष प्रकाश मेनारिया ने बताया कि अभी तक संस्था द्वारा 17000 भोजन पैकेट वितरित किए जा चुके हैं। शहर के भुवाणा क्षेत्र में सम्राट देसी तड़का, सेलिब्रेशन मॉल के पास लिटिल इटली और पिंडवाड़ा हाईवे पर प्रेमगढ़ में किचन स्थापित किए गए हैं। जहां संस्था की फाउंडर प्रियंका की देखरेख में पूरी सावधानी और सुरक्षा के बीच खाना तैयार होकर इस काम में लगी 25 कार्यकर्ताओं की टीम के द्वारा शहर के हर इलाके में उन लोगों तक पहुंच रहा है जो इस कोरोना संक्रमण के दौरान भूख से पीड़ित हैं। इस मुहिम में विशेष रूप से प्रेम शंकर डांगी, अक्षय कुमार, स्काउट टीम लीडर सुरेश प्रजापत, भुवाणा सरपंच मोहन लाल डांगी, ओंकार मेनारिया सहित अन्य दानदाताओं का भी सहयोग मिल रहा है। 

 

गायो का चारा, पक्षियों को दाना ओर श्वानो को रोटी का भी वितरण

 

संक्रमण के इस दौर में लोकडाउन के कारण जहाँ आमजन घरों से बाहर नही निकल रहे है तो इसी कारण पशु - पक्षियों को भी खाने की काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में संस्था द्वारा रोजाना गायो को चारा, श्वानों को रोटी और पक्षियों के लिए दाना भी दिया जा रहा है।

 

16 घण्टे लगातार काम कर रही टीम

 

फाउंडर प्रियंका ने बताया कि भोजन पैकेट बनाने के लिए सुबह 7 बजे से तीनों ही किचन पर खाना बनने का काम शुरू हो जाता है, और करीब 11बजे तक शहर भर में जितने भी जरूरतमंदों के कॉल या मैसेज आते हैं, उन इलाकों के हिसाब से भोजन पैकेट कार्यकर्ताओं के हाथों पहुंच पाए जाते हैं। उसके बाद दोपहर के खाने को बनाने के बाद शाम 7 से रात 11 बजे तक सैकड़ों लोगों तक भोजन पैकेट पहुंचाने का काम चलता रहता है। इसके साथ ही कई लोगो को राशन सामग्री भी पहुचाई जा रही है।


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