मेज नदी दुखांतिका पर मुख्यमंत्री ने जताया दुख

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Published on : 27 Feb, 20 09:02

24 मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख व घायलों को 40-40 हजार की सहायता

मेज नदी दुखांतिका पर मुख्यमंत्री ने जताया दुख
कोटा (डॉ. प्रभात कुमार सिंघल) |   मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बूंदी जिले के लाखेरी के पास मेज नदी में बस गिरने से हुए दर्दनाक हादसे में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है और शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने हादसे में घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी कामना की। 
श्री गहलोत ने मुख्यमंत्रीे सहायता कोष से मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रूपये और घायलों को 40-40 हजार रूपये की सहायता देने की घोषणा की है। 
गमगीन माहौल में अंतिम विदाई
मेज नदी हादसे में मृतकों का गमगीन माहौल में हजारों लोगों की मौजूदगी में किशोरपुरा मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के समय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, चिकित्सा तथा सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री रघु शर्मा, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, पूर्व न्यास अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी, संभागीय आयुक्त एल.एन.सोनी, उपमहानिरीक्षक पुलिस कोटा रेंज रविदत्त गौड, जिला कलक्टर ओम कसेरा, एमआरएस सदस्य क्रांति तिवारी सहित जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य लोगों ने उपस्थित रहकर गमगीन माहौल में एक साथ 21 शवों को अंतिम विदाई दी। इसके अतिरिक्त 2 शव बारां व एक शव का नये कोटा के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। 
परिजनों को बंधाया ढांढस
किशोरपुरा मुक्तिधाम पर पहुंचे चिकित्सा मंत्री व परिवहन मंत्री ने मृतकों के परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि दुख की इस घडी में सरकार आपके साथ है। मुख्यमंत्री सहित पूरी सरकार उनके साथ खडी है। बच्चों की परवरिस में परेशानी नहीं हो इसकी व्यवस्था की जायेगी। 
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि यह बडी दुखांतिका है। मुख्यमंत्री ने तत्काल इस घटना पर संवेदनशीलता दिखाते हुए सहायता राशि जारी की तथा घायलों के इलाज के लिए निर्देश दिये।  उन्होंने सरकार द्वारा दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उठाये गये कदमों की जानकारी देते हुए कहा कि अब निजी अस्पताल भी उपचार से मना नहीं कर सकते। 
परिवहन मंत्री ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो यह सुनिश्चित किया जायेगा। पुलिया क्षतिग्रस्त होने के कारणों की जांच कर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ऐसे स्थानों को चिन्हित कर दुरूस्त किया जायेगा। 
घायलों की जानी कुशलक्षेम
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा तथा परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास महाराव भीमसिंह चिकित्सालय पहुंचे तथा मेज नदी दुखांतिका में घायलों से मिलकर उनकी कुशलक्षेम पूंछी। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को उचित ईलाज के साथ विशेष टीम गठित कर निरन्तर देखभाल करने के निर्देश दिये। उन्होंने सर्किट हाउस में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर दुखांतिका में प्रभावित परिवारों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित करने तथा परिजनों को सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं में भी लाभान्वित करने के निर्देश दिये। 
यूडीएच मंत्री ने की संवेदना व्यक्त-
स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की तथा मृतकों आश्रितों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। उन्होंने अपनी संवेदना में कहा कि सम्पूर्ण हाड़ौती के लिए यह दुखद घटना है। एक ही परिवार में 24 लोगों की मृत्यु हृदयविदारक है। सरकार दुख की इस घड़ी में परिजनों के साथ है। उन्होेने जिला प्रशासन को निर्देश देकर शवों को घर तक पहुंचाने के लिए एम्बूलेंस की व्यवस्था करने तथा अंत्येष्टि के लिए इन्तजाम करने के निर्देश दिये। उन्होंने शीघ्र ही परिजनों के घर जाकर मिलने की बात कही। 
घटना का विवरण-
कोटा के गणेश तालाब निवासी मुरली वर्मा पुत्र श्री बाबूलाल वर्मा अपनी बहन श्रीमती बादाम बाई की पुत्री कुमारी प्रीति की शादी में मायरा लेकर प्रातः 7ः30 बजे रिश्ते दारों के साथ ग्राम नीम की चौकी जिला सवाई माधोपुर के लिए मिनीबस  द्वारा कोटा से रवाना हुए लगभग प्रातः 9.45 बजे कोटा-लालसोट मेगा हाइवे पर ग्राम पापड़ी जिला बंूदी में मेज नदी पर बनी पुलिया पर बस अनियंत्रित होकर पलटने से दुर्घटना घटित हुई। 
प्रशासन ने किये विशेष इन्तजाम-
घटना की सूचना मिलते ही जिला कलक्टर ओम कसेरा ने बून्दी जिला प्रशासन से सम्पर्क कर राहत कार्य की जानकारी लेकर आवश्यक संसाधन मौके पर भिजवायें। उन्होंने कोटा से हाइड्रो क्रेन, एम्बुलेंस की व्यवस्था कर घायलों को कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती करने के लिए विशेष वार्ड बनाने के निर्देश दिए। एमबीएस अस्पताल में घायलों से मिलकर उन्होंने घटना की जानकारी ली तथा अस्पताल अधीक्षक नवीन सक्सेना को विशेष चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ नियुक्त कर निशुल्क उपचार करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त कलक्टर शहर आरडी मीणा, तहसीलदार गजेन्द्र सिंह ने अस्पताल में मौजूद रहकर उपचार की व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग की।

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