हिन्दुस्तान जिंक चित्तौडगढ के आसपास के २८ गांवो की ४८ सखी फेडरेशन की महिला प्रतिनिधि चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर सयंत्र (Lead zinc smelter plant)का अवालोकन कर विभिन्न उत्पादन प्रक्रियाओं से रूबरू हुई । हिन्दुस्तान जिंक द्वारा ग्रामीण महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक उन्नयन के लिये संचालित सखी परियोजना (Sakhi Project)गत ३ वर्षो से चित्तौडगढ के ४६ गावों में संचालित है जिसमें लाभान्वित ४७०० ग्राामीण महिलाओं द्वारा चुनी हुई , बीलिया ,पूठोली, आजोलिया का खेडा, चोगावडी ,रोलाहेडा , पंचदेवला,नगरी ,धोर्डिया, मेडीखेडा ,धनेतकला, डगला का खेडा , मानसिंह जी का खेडा, पाण्डोली से आई सखी प्रतिनिधियों ने सर्वप्रथम हाइड्र्ो इकाई में आरएमएच और मेल्टिंग कास्टींग की प्रक्रिया की जानकारी हासिल की।
सुरक्षा अधिकारी श्रीमती उषा शर्मा ने सुरक्षा नियमों की जानकारी दी। एसबीयू (SBU)डायरेक्टर चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर पंकज शर्मा ने सभी सखी महिलाओं का स्वागत किया और उनको उद्यमी बनाने के लिये जिंक द्वारा संचालित सखी उत्पादन केन्द्रों को उद्योगों में परिणित करने हेतू साझा मेहनत और सम्पूर्ण सहयोग का आहवान किया। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं के जिंक सयंत्र देखने की अभिरूचि पर प्रसन्नता व्यक्त की ।
इकाई प्रधान हाइड्रो सी चंद्रु ने आसपास के गांवों के विकास को सुनिश्चित करने में महिलाओ को हुनरमंद बनाने के जिंक के दुरदृष्टि के बारे अपने विखार रखे जिसे महिलाओं ने मूक्त कंठ से सराहा। हाइड्रो ईकाई से नीलम शर्मा ने प्लांट की उत्कृष्ट परिपाटियों और पर्यावरण विभाग की मनीषा भाटी ने वाटर ट्रीटमेंट , शुन्य डिस्चार्ज के निरंतर किये जा रहे नवाचारों को समझाया । ग्रामीण सखी महिलाओं ने सीपीपी संयत्र की प्रक्रिया को जाना । हेड सीएसआर विशाल अग्रवाल, अधिकारी अरूणा चीता एवं स्वेतलाना साहू द्वारा महिलाऔ को कटहल के पौधे स्मृति चिन्ह दिये गये ।