लोक कला मण्डल में  स्थापना दिवस की तैयारियाँ 

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Published on : 19 Feb, 20 05:02

लोक कला मण्डल में  स्थापना दिवस की तैयारियाँ 

उदयपुर | लोक कलाओं की अन्र्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्था भारतीय लोक कला मण्डल (Board of folk art of india), उदयपुर के 69 वें स्थापना दिवस समारोह (69th Foundation Day Celebration) के अवसर पर आयोजित होने वाले लोकानुरंजन मेला, 16वाँ प
भारतीय लोक कला मण्डल  के निदेशक डाॅ लईक हुसैन ने बताया कि संस्था के 69वाॅं स्थापना दिवस समारोह हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े ही धूम-धाम से मनाया   जाएगा।   स्थापना दिवस समारोह के आयोजनों में दिनांक 22 फरवरी से 24 फरवरी 2020 तक ‘‘लोकानुरंजन मेले’’(Lokanuranjan fair) का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राजस्थान के जोधपुर से लंगा गायन, बाड़मेर से लाल आंगद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति नाट्य समारोह एवं शिल्प मेले की तैयारियाँ प्रारम्भ।
ी गैर, शाहबाद से सहरिया तमिल नाडु से करकाट्टम, अरूणाचल प्रदेश से एनेय-ना, उड़िसा से दाल खाई, महाराष्ट्र से पोवाड़ा,  पंजाब से पंजाबी भांगड़ा, सम्मी एवं गुजरात से राठवा लोक नृत्य दल सहित, विभिन्न  प्रांतों के लगभग 300 लोक कलाकारो (300 folk artists) द्वारा प्रतिदिन भारतीय लोक कला मण्डल के रंगमंच पर अपनी प्रस्तुतियाँ दी जाएगी ।

  दिनांक 25 फरवरी से 1 मार्च तक दि परफोरमर्स (The performers), उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में ‘‘16 वें पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति राष्ट्रीय नाट्य समारोह’’ का आयोजन किया जाएगा जिसमें दिनांक 25 फरवरी को संगीत नाटक अकादमी अवार्डी केवल धालीवाल द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘ लूना’’, दिनांक 26 फरवरी को सुहास सूर्यवंशी द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘बली’’, दिनांक 27 फरवरी को रमेश भाटी द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘भूत भागो भूत आया’’ दिनांक 28 फरवरी को कविराज लईक द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘जात ही पूछो साधु की ’’, दिनांक 29 फरवरी को डाॅ. रवि चतुर्वेदी द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘दरकते रिश्ते’’ (Cracking relationship) तथा दिनांक 1 मार्च को डाॅ. रैने सिंह द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘पीर पराई जाने रे’’ नाटकों का मंचन किया जाएगा। यह कार्यक्रम संस्था के मुक्ताकाशी रंगमंच पर प्रतिदिन सांय 7ः00 बजे से प्रदर्शित किये जाएगें। 
 इसके साथ ही संस्था परिसर में दिनांक 22 फरवरी से 1 मार्च 2020 तक प्रातः 11 बजे से सायं 9 बजे तक  शिल्प मेले का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के साथ देश के अन्य प्रांतों के शिल्पीयों द्वारा अपने - अपने शिल्प का प्रदर्शन एवं बिक्री की जाएगी। 

भारतीय लोक कला मण्डल (Board of folk art of india) के मानद सचिव एस.पी. गौड़ ने बताया कि स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाला लोकानुरंजन मेला एवं 16वाँ पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति राष्ट्रीय नाट्य समारोह तथा शिल्प मेले में प्रवेश निःशुल्क रहेगा।


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