वरिष्ठ पत्रकार शेष नारायण सिंह ने विद्यापीठ के संग्राहलय का किया अवलोकन

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Published on : 18 Feb, 20 12:02

सरकार व आम जन के जागरूक के बिना धरोहर का संरक्षण असंभव - प्रो. सारंगदेवोत

वरिष्ठ पत्रकार शेष नारायण सिंह ने विद्यापीठ के संग्राहलय का किया अवलोकन

 

उदयपुर  / देश के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार शेषनारायण सिंह ने मंगलवार को जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डिम्ड टू बी विवि द्वारा प्राचीन धरोहर, पाण्डुलिपि, प्राचीन अवशेषों को आम जन के लिए अवलोकनार्थ स्थापित अभिलेखागार व संग्राहलय का अवलोकन कर अभिभूत हुए और कहा कि यह कार्य हमारे देश लिए गौरव की बात है। विद्यापीठ में पाण्डुलिपियों का बहुत बडा संकलन (Very large collection of manuscripts in the Vidyapeeth) है और आने वाली पीढियो के लिए संरक्षित करे, हमारे पूर्वजेां ने तो हमारे छोड दिया और हम लोग इसे सरक्षित रखे, यह बहुत जरूरी है। शेष ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारे इन धरोहरो को विद्यापीठ की निगरानी में सुरक्षित रखने के मदद करे, अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान युनेस्को इसमें मदद कर सकता है। उन्होने कहा कि वर्तमान टेक्नोलाॅजी एवं प्रतिस्पद्र्धा (Current Technology and Competition)के दौर में हम हमारी बोलिया, खानपान, संस्कृति, नदिया, मंदिर, इतिहास ऐसी कई प्राचीन हमारी धरोहर है जिसे हम भूलते जा रहे है और हमारी आने वाली पीढ़ी इसे सिर्फ फोटो एवं इतिहास में ही पढ पायेगे इसके लिए सरकार एवं आम जन को जागरूक होना होगा इसके बिना प्राचीन धरोहरो का संरक्षण असंभव है। इस अवसर पर कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत (S.S. Sarangadevot)ने शेष नारायण को बताया कि विद्यापीठ विरासत को बचाने के लिए साहित्य संस्थान अपने आरंभ समय से  ही इस ओर कार्य कर रहा है। अभी हाल ही में आबु रोड़ स्थित चन्द्रावती, जवासिया, छतरी खेड़ा, गिलुण्ड, ईसवाल में खुदाई का कार्य किया तथा वहां की सभ्यता एवं धरोहर का संरक्षण करने का कार्य अपने हाथ में लिया है।  वर्तमान में आईसीएचआर द्वारा प्रदत्त गिर्वा तहसील में पुरातात्विक सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। इय अवसर पर वरिष्ठ लेखाधिकारी डाॅ. हरीश शर्मा, डाॅ. कुलशेखर व्यास, शोएब कुरेशी, नारायण पालीवाल, डाॅ0 कृष्णपाल सिंह, निजी सचिव कृष्णकांत कुमावत मौजूद थे।  


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