डॉ. हर्ष वर्धन ने 10 डॉक्टरों और नर्सिंग ऑफिसर्स को प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए प्रशंसा पत्र सौंपे

( 10062 बार पढ़ी गयी)
Published on : 17 Feb, 20 15:02

डॉ. हर्ष वर्धन ने 10 डॉक्टरों और नर्सिंग ऑफिसर्स को प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए प्रशंसा पत्र सौंपे

नई दिल्ली,     “सामूहिक प्रयासों से विविधता की शक्ति की अभिव्यक्ति होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वुहान में फंसे भारतीयों को निकालने में 10 डॉक्टरों और अर्धसैनिक कर्मियों की बहादुरी, अद्वितीय क्षमता और उपलब्धि की सराहना की है।“ केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज इन डॉक्टरों और नर्सिंग अधिकारियों को माननीय प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए प्रशंसा पत्र सौंपते हुए यह बात कही। डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल और सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सिंग ऑफिसर्स उस दल के सदस्य थे, जो चीन के वुहान में फंसे 645 भारतीय नागरिकों और सात मालदीव के नागरिकों को सफलतापूर्वक वहां से निकालकर भारत लाए। वुहान सीओवीआईडी-2019 महामारी का केन्द्र बना हुआ है।
प्रधानमंत्री ने बचाव दल के साहस, संकल्प और करूणा की सराहना करते हुए कहा कि इससे सिद्ध होता है कि आपदा में चरित्र की वास्तविक परीक्षा  होती है। प्रशंसा पत्र में श्री मोदी ने यह भी कहा, “ऐसे कठिन परिदृश्य में संकट में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालकर न केवल उन्हें राहत प्रदान की गई है, बल्कि विश्व भर में फंसे भारतवंशियों को एक बार फिर भरोसा दिलाया गया है कि संकट के समय पूरा देश उनके पीछे एकजुट होकर खड़ा होता है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आपके अथक प्रयासों से देश के प्रत्येक नागरिक को संकल्प और निष्ठा के साथ राष्ट्र सेवा करने की प्रेरणा मिलती है।“

     डॉ. हर्ष वर्धन ने दोनों बचाव दल के प्रत्येक सदस्य को बधाई दी। ये दल वुहान में फंसे लोगों को निकालने के लिए वहां गए थे। केन्द्रीय मंत्री ने उनके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि चिकित्सा के पेशे से न केवल ड्यूटी जुड़ी है, अपितु संकट के समय प्रत्येक नागरिक की मदद करने का दायित्व भी निहित है। उन्होंने कहा कि इन दलों के सदस्यों ने इस भावना को प्रदर्शित किया है।

डॉ. हर्ष वर्धन ने चिकित्सा दल के निम्नलिखित सदस्यों को प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए प्रशंसा पत्र सौंपे।

1.   डॉ. आनंद विशाल, एसोसिएटेड प्रोफेसर मेडिसिन, डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल।

2.   डॉ. पुलिन गुप्ता, प्रोफेसर इंटर्नल मेडिसिन, डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल।

3.   डॉ. योगेश चंद्र पोरवाल, प्रोफेसर एंड कंसलटेंट, सफदरजंग अस्पताल।

4.   डॉ. रुपाली मलिक, एसोसिएट प्रोफेसर इंटर्नल मेडिसिन, सफदरजंग अस्पताल।

5.   डॉ. सुजाता आर्या, जन-स्वास्थ्य विशेषज्ञ, एयरपोर्ट हेल्थ ऑर्गनाइजेशन, नई दिल्ली।

6.   डॉ. संजीत पनेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर, कम्युनिटी मेडिसिन, डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल।

7.   श्री मंजू जोसेफ, नर्सिंग ऑफिसर, सफदरजंग अस्पताल।

8.   श्री रजनीश कुमार, नर्सिंग ऑफिसर, सफदरजंग अस्पताल।

9.   श्री अजो जोस, नर्सिंग ऑफिसर, डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल।

10.  श्री सारथ प्रेम, नर्सिंग ऑफिसर, डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल।

 

     डॉ. हर्ष वर्धन ने आईटीबीपी शिविर में रखे गए वुहान से लाए यात्रियों के साथ विचार-विमर्श किया। इनमें से काफी यात्रियों को संगरोध की अवधि समाप्त होने के बाद घर भेज दिया गया है। इन सभी यात्रियों को सीओवीआईडी-2019 महामारी में निगेटिव पाया गया है और उन्हें विभिन्न चरणों में शीघ्र उनके घर भेजा जाएगा। डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा, ‘यह वास्तव में हम सबके लिए संतोष और गर्व का क्षण है कि वुहान से लाए गए हमारे नागरिक अब स्वस्थ हैं।’

     डॉ. हर्ष वर्धन ने बताया कि अब तक 2996 उड़ानों के 3,21,375 यात्रियों तथा 125 समुद्री जहाजों के 6,387 यात्रियों की स्क्रिनिंग की गई। देश भर में स्थित 15 प्रयोगशालाओं में 2571 सेम्पल की जांच की गई, जिनमें से तीन पॉजिटिव पाए गए । केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि इन तीन में से दो रोगी केरल से मिले थे और उनके स्वस्थ होने पर उन्हें छुट्टी दी गई और तीसरे की हालत स्थिर है। केन्द्रीय स्तर पर शुरू किए गए कॉल सेंटर पर 4400 कॉल आई जिनमें से 390 कॉल अन्य देशों से प्राप्त हुईं। 360 से अधिक ई-मेल मिलीं और इनका सीओवीआईडी-2019 के बारे में जवाब दिया गया।

     बचाव दल के सदस्यों के सम्मान समारोह में मंत्रालय की सचिव श्रीमती प्रीति सूदन, विशेष सचिव श्री संजीवा कुमार, संयुक्त सचिव, श्री लव अग्रवाल तथा स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय के अधिकारी उपस्थित थे। विशेष सचिव श्री संजीवा कुमार और आईटीबीपी के चिकित्सा निदेशक डॉ. पी.एन. मिश्रा, आईटीबीपी शिविर में केन्द्रीय मंत्री के साथ उपस्थित थे।


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.