पोलो एक्जीबिशन मैच देख दर्शक हुए रोमाचिंत

( 7416 बार पढ़ी गयी)
Published on : 11 Feb, 20 14:02

फ्यूजन चेरिटेबल पोलो एक्जीबिशन मैच देख दर्शक हुए रोमाचिंत

 पोलो एक्जीबिशन मैच देख दर्शक हुए रोमाचिंत

उदयपुर। राउण्ड टेंबल इण्डिया व लेडिज सर्किल इण्डिया के संयुक्त तत्वावधान में स्कूली बच्चों के लिये कक्षाकक्षों के निर्माण हेतु आज बूझडा स्थित चुण्डा पोलो क्लब में खेले गये पोलो मैच को देख सैकडों दर्शक न केवल रोमंाचित हुए वरन् उन्हें राजा-महाराजाओं के इस शाही ख्ेाल को नजदीक से देखने का मौका मिला। इस चेरिटी मैच में वाटरमैट स्टालियन टीम ने प्रेम रॉयल्स को हराकर मैच के साथ दर्शकों का दिल भी जीत लिया। मैच के मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर पीयूष खुराना थे। प्यार का पंचनामा फेम कलाकार सोनाली सहगल भी मौजूद थी।

श्वांस रोक देने वाले इस मैच में दोनों टीमों ने शुरूआत में मैच पर अपनी पकड बनायें रखी लेकिन बीच में वाटरमैट टीम प्रेम रॉयल्स पर भारी पडी और आखिरकार मैच जीत लिया। उल्लेखनीय है कि मेवाड राजपरिवार से जुडे वीरम सिंह देवसिंह कृष्णावत ने शहर के नजदीक बूझडा गांव में विशाल पोलो ग्राउंड तैयार किया है जो आधुनिक सुविधाओं से लैस है। इस मैच से प्राप्त हुआ धन स्कूल से जुडे सामाजिक कामों में लगाया जाएगा।

१९९० के आसपास महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउंडेशन ट्रस्ट के प्रमुख न्यासी अरविंद सिंह मेवाड ने उदयपुर और मेवाड को एक बार फिर पोलो से जोडना शुरू किया। उस दौरान मेवाड की टीमों ने प्रेसिडेंट कप सहित कई बडे टूर्नामेंट खेले और जीते भी। उदयपुर के लोकेंद्र सिंह राठौड उन दिनों भारतीय टीम के कप्तान हुआ करते थे। खास बात यह थी कि उस दौरान टीमें जयपुर या दिल्ली जाकर ही पोलो खेलती और अभ्यास करती थी।

१६० गुना १०० मीटर का ग्राउंड, एक टीम से खेल सकते हैं तीन खिलाडी

वीरमदेवसिंह ने बूझडा में जो पोलो ग्राउंड तैयार किया है, वह १६० गुना १०० मीटर क्षेत्र में बना है। ग्राउंड थोडा छोटा होने के कारण एक टीम से यहां तीन खिलाडी ही खेल सकते हैं। जबकि आम तौर पर पोलो में एक टीम से चार खिलाडी खेलते हैं। उदयपुर के खिलाडयों को पोलो खेलने के लिए बाहर नहीं जाना पडे, इसलिए यह मैदान बनाया गया है।

जो भी पैसा आएगा उससे जरूरत वाले सरकारी स्कूलों में संसाधन उपलब्ध कराएंगे-राउंड टेबल और चुंडा पोलो क्लब के इस मुकाबले में मैदान, खिलाडी और घोडे चुंडा पैलेस की ओर से उपलब्ध कराये गये। मुकाबला लगभग १ घंटे चला। राउंड टेबल के इवेंट कन्वीनर रिषभ वर्डिया ने बताया कि जो भी पैसा इस मुकाबले से मिलेगा उससे जरूरतमंद और सरकारी स्कूल के बच्चों को क्लासरूम, टॉयलेट, वाटरकूलर, आरओ सहित विभिन्न संसाधन उपलब्ध कराए जाऐंगे।


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.