संगीत के सबसे बड़े महोत्सव ‘वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल 2020’ का आगाज़

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Published on : 08 Feb, 20 04:02

-5वें संस्करण की थीम है ‘हम विश्व हैं : अनेकता में एकता’ -स्पेन, फ्रांस, कुर्दिस्तान, पुर्तगाल, माली, रूस, स्विटजरलैण्ड के 150 से अधिक कलाकारों की भागीदारी-

 संगीत के सबसे बड़े महोत्सव ‘वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल 2020’ का आगाज़

उदयपुर। भारत के सबसे बड़े विश्व संगीत महोत्सव ‘वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल’ के 5वें संस्करण की शुरूआत शुक्रवार को सुधा रघुरमन (भारत) और जेफरी एमपोंडो (फ्रांस) द्वारा महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग को दी गई ह्रदयस्पर्शी श्रृद्धांजलि से हुई। इस वर्ष, फेस्टिवल की थीम है ‘हम विश्व हैं : अनेकता में एकता’। यह फेस्टिवल ‘मांजी का घाट’ (अम्बराई घाट), फतहसागर पाल और गांधी मैदान पर आयोजित हो रहा है।
पहले दिन पंजाबी लोक रैप और हिप-हॉप गायिका गिन्नी माही, स्विस रॉक बैण्ड श्नेलरटोलरमीयर, भारतीय बैण्ड ‘व्हेन चाय मेट टोस्ट’ के नियो-फोक और फ्रैंच ग्रुप नो जैज़ के इलेक्ट्रो-जैज़ की दमदार प्रस्तुतियाँ हुईं। इस तीन दिवसीय वार्षिक महोत्सव में संगीत की कई शैलियों में भारत के अलावा फ्रांस, स्पेन, अफ्रीका, इरान, पुर्तगाल, कुर्दिस्तान, माली, रूस, स्विटजरलैण्ड आदि देशों के संगीतकार इसमें शिरकत कर रहे हैं। इस महोत्सव में हर वर्ष लगभग 50,000 लोग आते हैं और यह विश्वभर की संगीत धाराओं का सुंदर एकीकरण है।
सहर इंडिया के संस्थापक निदेशक संजीव भार्गव ने कहा कि यह महोत्सव केवल चार वर्षों में एशिया के सबसे बड़े मंचों में से एक बन गया है, जो एक छत के नीचे संगीत की विभिन्न शैलियों की पेशकश करता है। हमेशा की तरह इस बार भी हमारे पास विश्व के दुर्लभ संगीतकारों का लाइनअप है, और सबसे महत्वपूर्ण यह है कि इन्हें भारत में कभी देखा या सुना नहीं गया। उन्हें इस साल की थीम ‘अनेकता में एकता’ पर प्रस्तुति देते देखना भी दुर्लभ है। इस साल के सबसे प्रतीक्षित कलाकार हबीब कोइटे (अफ्रीका), नो जैज़ (फ्रांस), गिन्नी माही, अंकुर तिवारी और थाइक्कुडम ब्रिज (भारत) हैं।
शनिवार की प्रस्तुतियां :
दूसरे दिन शनिवार को प्रात: 8 से 10 बजे तक अमराई घाट पर पहली प्रस्तुति भारत की सुधा रघुरामन द्वारा आदिशंकराचार्य पर तथा दूसरी प्रस्तुति इरान / लेबलोन की किआ तबस्सियन एवं चारबेल रूहाना द्वारा होगी। फतहसागर पर दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक में पहली पेशकश आउट ऑफ दी बॉक्स : जेल यूनिवर्सिटी थीम पर इंडियन सूफी की होगी। दूसरी प्रस्तुति पुर्तगाल के फेडो की सारा कोरिया व अंतिम प्रस्तुति भारतीय फॉक एंड रॉक अंकुर तिवारी एंड दी घलत फैमेली की होगी। शाम को गांधी ग्राउंड में 7 बजे से राजस्थानी फॉक पर मामे खान, माली-फ्रांस के वेस्र्टन अफ्रीकन फॉक ब्यूज के हबीब कोईटे व इंडियन पॉप रोक थाईकुड्डम ब्रिज की प्रस्तुति दर्शकों को झुमने पर मजबूर कर देगी।


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