पिछले सप्ताह पुतिन ने संवैधानिक सुधारों की घोषणा की थी जिसके बाद उनके लंबे समय तक भरोसेमंद रहे प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया था। अगले ही दिन रूसी कर सेवा प्रमुख मिखाइल मिशुस्तिन को प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया गया था।
वित्त मंत्री एन्टोन सिलोनोव और ऊर्जा मंत्री एलेक्जेंडर नोवक अपने पदों पर बने रहेंगे, जबकि सामाजिक नीतियों से जुड़े कई मंत्रियों को हटा दिया गया था।
पिछले सप्ताह ब्लादीमीर पुतिन की इस घोषणा सबको हैरत में डाल दिया था। समीक्षकों का मानना है कि पुतिन के संवैधानिक सुधारों का उद्देश्य 2024 में उनका कार्यकाल खत्म होने के बाद भी पद पर बने रहना है।