उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल का शुभारंभ 7 फरवरी से

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Published on : 21 Jan, 20 14:01

फेस्टिवल में 13 देशों के 150 से अधिक संगीतज्ञ और कलाकार शामिल होंगे

उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल का शुभारंभ 7 फरवरी से

उदयपुर। भारत के सबसे बड़े संगीत महोत्सव में से एक उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल का आयोजन 7 से 9 फरवरी तक किया जाएगा। फेस्टिवल के पांचवें संस्करण में फ्रांस, स्विट्जरलैंड, कुर्दिस्तान, ईरान, लेबनान, पुर्तगाल और भारत समेत 13 देशों के 150 से अधिक संगीतज्ञ और कलाकार अपना जादू बिखेरेंगे। यह समारोह कला प्रदर्शन के लिहाज से भारत में आकर्षण का एक प्रमुख केन्द्र है। हर साल 50,000 से अधिक लोग इसे देखने आते हैं।
इस संगीत महोत्सव में संगीतकारों द्वारा मंच से सीधे प्रस्तुति देखना दर्शकों को एक बेतरीन अनुभव प्रदान करता है। साथ ही यह विविधता में एकता की बेहतरीन सांस्कृतिक मिसाल भी है। पांचवें संस्करण का विषय है ‘वी आर द वल्र्ड - यूनिटी इन डाइवर्सिटी’। योजनाबद्ध प्रदर्शन और कलाकारों से बातचीत के अवसर के साथ इस समारोह में जो सांस्कृतिक झलक देखने को मिलती है वह अपनेआप में विविधता में एकता का एक वैश्विक अनुभव प्रदान करता है। इस समारोह में तीन केन्द्र बनाए गए हैं जहां रागों के हिसाब से सुबह से लेकर शाम तक अलग-अलग प्रस्तुति देखने को मिलेगी। इस विविधतापूर्ण संगीत में सुबह के ध्यानपूर्ण राग से लेकर दोपहर के समय झील के बगल में गूंजने वाली साकार रूमानी संगीत प्रस्तुतियों तक, दिनभर की तमाम मनोदशाएं सम्मिलित होती हैं। सांध्यकालीन मंच जोशीले युवा संगीत से भरपूर होता है जो सभी उम्र के लोगों को एक साथ ले आता है यह इसे बेहद खास बना देती है। इसके अलावा यह महोत्सव स्थानीय राजस्थानी प्रतिभाओं को अपना हूनर दिखाने का अवसर भी देता है।
मार्च 2019 में इस समारोह का प्रसारण सीएएन ट्रैवल ट्रेंड्स पर हुआ जिसे 200 से अधिक देशों के 35.4 करोड़ लोगों ने देखा जिसमें इसे दुनिया के सबसे बड़े संगीत समारोह में से एक बताया गया है। इस बार फेस्टिवल में भारत के गिन्नी माही, सुधा रघुरामन, ह्वेन चाय मिट टोस्ट, मामी खान, थाइकुदम ब्रिज, रवि जोशी, अंकुर तिवारी और घलत परिवार के अलावा माली के हबीब कोयटे, फ्रांस के नो जैज सहित स्पेन और स्विट्जरलैंड की कई नामचीन हस्तियां शामिल होंगी।
सहर इंडिया के संस्थापक निदेशक संजीव भार्गव ने कहा कि यह साल का वह वक्त होता है जब दुनिया भर से संगीत भारतीय धरती पर कदम रखता है जिसमें संस्कृति, परंपरा, भाषा और विचार के बेजोड़ संगम का नमूना देखने को मिलता है। हमने इस पांचवें संस्करण में इस बात का खास ध्यान रखा है कि इस बार संगीत प्रेमियों को हर तरह के संगीत का लुत्फ उठाने का मौका मिले। यह महोत्सव स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक मंच और अवसर भी प्रदान करता है। पिछले कुछ सालों में इस समारोह को काफी लोकप्रियता मिली है और इस बार भी हमें उम्मीद है कि दर्शक और अतिथि इसमें भारी संख्या में संगीत का लुत्फ उठाने आएंगे।


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