वन मंत्री ने किया उदयपुर बर्ड फेस्टिवल का शुभारंभ

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Published on : 10 Jan, 20 12:01

पशु-पक्षियों से सिखना होगा जीवन जीने का सलीका-श्री विश्नोई

वन मंत्री ने किया उदयपुर बर्ड फेस्टिवल का शुभारंभ

उदयपुर / प्रदेश के वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री श्री सुखराम विश्नोई ने कहा है कि पशु-पक्षियों के रहन-सहन, खान-पान और व्यवहारों को जीवन में अपनाने की महती आवश्यकता है। ये पूर्णतः प्रकृति पर निर्भर रहते है और शुद्ध हवा, जल व भोजन ग्रहण कर अपना पूरा जीवन जीते है। मानव मात्र को भी दीर्घायु जीवन जीने के लिए इनके व्यवहारों को जीवन में उतारना होगा और इनसे सीख लेनी होगी।
वन मंत्री शुक्रवार को रानी रोड़ स्थित हरिश्चंद्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान (ओटीसी) परिसर में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके उदयपुर बर्डफेस्टिवल 2020 के शुभारंभ समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
सरकार ने पर्यावरण निदेशालय खोला, वेटलेण्ड ऑथोरिटी का किया गठन:
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बेहद गंभीर है और इसी दृष्टि से सरकार ने पर्यावरण के लिए अलग से निदेशालय खोला है। हमें भी आने वाली पीढि़यों को प्रदूषणमुक्त पर्यावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में सांभर त्रासदी के बाद मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने वेटलेण्ड्स को सुरक्षित रखने की दृष्टि से वेटलेण्ड ऑथोरिटी का गठन किया है। इसके तहत अब प्रदेशभर के समस्त वेटलेण्ड्स का चिह्नीकरण और सीमांकन किया जाएगा तथा इसमें जो भी कमियां होंगी उसे दूर किया जाएगा।
असली वैज्ञानिक है पक्षी:
उन्होंने बताया कि हमारे पुरखों के अनुसार पक्षी ही असली वैज्ञानिक रहे है। पक्षियों की आवाज एवं उनके व्यवहार से होने वाली घटना का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पुरखों के अनुसार यदि चिडि़या रेत में लोट रही है तो अच्छी बरसात की संभावना का अनुमान है। उन्होंने कहा कि पुराने लोग किसी अच्छे कार्य के लिए घर से बाहर निकलते तो पक्षियों की बोली एवं दिशा से अच्छे शगुन का पता लगाकर ही आगे बढ़ते। इसके अलावा भूकम्प जैसी प्राकृतिक आपदा का संकेत भी पशु-पक्षियों के व्यवहार से मिल जाता था।
पक्षी मानवीय जीवन की गुणवत्ता के परिचायक है:
समारोह की अध्यक्षता करते हुए डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि सिंह ने कहा कि पक्षी मानवीय जीवन की गुणवत्ता के प्रतिनिधि है और यदि किसी क्षेत्र विशेष में इनकी संख्या बढ़ती है तो उस क्षेत्र के मानवीय जीवन की गुणवत्ता का विकास उद्घाटित होगा। उन्होंने यह भी कहा कि भांति-भांति की गतिविधियों और विविधता को लिए होने के कारण उदयपुर बर्डफेस्टिवल देश का सबसे बड़ा फेस्टिवल है।
प्रारंभ में मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) आर.के.सिंह ने स्वागत उद्बोधन के साथ ही तीन दिवसीय कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इससे पूर्व सभी अतिथियों का अभिनन्दन औषधीय पौधे भेंटकर किया।
समारोह में ये रहे मौजूद:
मंच पर नगर निगम महापौर गोविंद सिंह टाक, पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया, पूर्व विधायक सज्जन कटारा, समाजसेवी लालसिंह झाला, विवेक कटारा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ.एन.सी.जैन, बाघ संरक्षण प्राधिकरण के सदस्य राजपाल सिंह, मुख्य वन संरक्षक आरके सिंह व बी प्रवीण, आर.के. खैरवा, अरूण टांक, बापूलाल जैन, पंकज शर्मा, उप वन संरक्षक अजित उंचोई आदि मौजूद थे। इस मौके पर सेवानिवृत्त सीसीएफ राहुल भटनागर, पक्षीविद् डॉ सतीश शर्मा, सोहेल मजबूर, वीएस राणा,  उप वन संरक्षक सुगनाराम जाट (बांसवाड़ा), फतेहसिंह राठौड़ (राजसमंद), संग्रामसिंह कटियार (सिरोही), सविता दईया (चित्तौड़गढ़), अजय चित्तौड़ा(उदयपुर), सुपांग शशि, शैतानसिंह देवड़ा, चंद्रपालसिंह, आशीष व्यास और बड़ी संख्या में संभागभर से आए हुए पक्षी विशेषज्ञ व पर्यावरणप्रेमी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन राजेन्द्र सेन ने किया। आभार प्रदर्शन डीएफओ अजित उंचोई ने किया।
इन्होंने भी किया संबोधित:  
समारोह के विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया ने युवा पीढ़ी के लिए इस प्रकार के आयोजन को महत्वपूर्ण बताया और इसमें अधिक से अधिक भाग लेकर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने का आह्वान किया। नगर निगम मेयर गोविन्द सिंह टांक ने इस आयोजन के लिए वन विभाग के सभी अधिकारियों को बधाई दी और आमजन को जागरूक होकर प्रकृति को सहेजने में सहयोग करने का आह्वान किया। पूर्व विधायक सज्जन कटारा ने क्षेत्र में वन्य जीवों से होने वाली जनहानि के लिए मुआवजा राशि बढ़ाने का आग्रह वन मंत्री से किया और वन्यजीव संरक्षण के लिए वन विभाग को और अधिक प्रयास करने की बात कही। समाजसेवी विवेक कटारा ने पक्षियों के संरक्षण पर विशेष जोर दिया।  
कई पुस्तकों का किया विमोचन:
समारोह में वन मंत्री श्री विश्नोई एवं अन्य अतिथियों ने बर्डफेस्टिवल की स्मारिका, उदयपुर संभाग के विभिन्न जिलों के मास्कॉट के पोस्टर, पर्यावरणविद् सुनयन शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक, प्रतापगढ़ के उपवन संरक्षक संग्राम सिंह कटियार द्वारा तैयार फील्ड गाइड एवं डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू एफ की पक्षियों पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया।
पक्षी प्रेमियों को किया सम्मानित
कार्यक्रम में मंत्री श्री विश्नोई ने पक्षी संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पक्षीप्रेमियों को सम्मानित किया। इनमें किशन करेरी के भेरूलाल पुरोहित, मोहन सिंह शक्तावत श्यामलाल गुर्जर व परशराम शर्मा तथा बडवई के पुखराज द्विवेदी, रवि श्रीमाली व भेरू श्रीमाली को सम्मानित किया। कार्यक्रम में बर्ड रेस में विजेता रहे प्रतापगढ़ के देवेंद्र मिस्त्री के नेतृत्व में विधान द्विवेदी और मनीष सोनी को भी पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर मंत्री श्री विश्नोई ने वन विकास एवं पर्यावरण संरक्षण में विशिष्ट योगदान देने वाले सेनाविवृत वी.एस.राणा व पी.एस.चुण्डावत के साथ ही वन विभाग के जितेन्द्र सिंह देवड़ा, भरत सिंह शक्तावत व भूपेन्द्र सिंह भाणावत को भी वन मंत्री ने सम्मानित किया।


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