’’कुपोषण से जंग-पौष्टिक आहार के संग’’

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Published on : 07 Jan, 20 06:01

सुपोषण किट पाकर प्रफुल्लित हुए कुपोषित

’’कुपोषण से जंग-पौष्टिक आहार के संग’’

उदयपुर । उदयपुर जिले के सुदूर आदिवासी क्षेत्रों की कुपोषण की समस्या को गम्भीरता से लेते हुए जिला प्रशासन और नारायण सेवा संस्थान के संयुक्त प्रयासों से कुपोषण निवारण की ’’कुपोषण से जंग-पौष्टिक आहार के संग’’ मुहिम के तहत सोमवार को दूरस्थ-आदिवासी 25 गावों में टीमों द्वारा पौषाहार का वितरण हुआ।
संस्थान निदेशक वन्दना अग्रवाल ने बताया कि 70 सेवाभावी-सेवादूतों की टीम-संस्थान के वाहनों से कुपोषित क्षेत्रों में पहुंची और प्रशासन द्वारा चिन्हित कुपोषितों को पौष्टिक आहार का वितरण किया। इस किट में 15 दिवस का मल्टीविटामिनयुक्त आहार-आटा, दाल, चावल, गुड़, शक्कर, नमक, तेल आदि थे। संस्थान ने कम्पकपाती सर्दी में गरीब, रोगी एवं जरूरतमंदों को बिस्किट स्वेटर और कम्बल इत्यादि भी बांटकर मानवीयता का धर्म निभाया।
संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने मुहिम की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि-सलुम्बर, सेमारी, सराड़ा, झल्लारा, लसाड़िया, खेरवाड़ा, ऋषभदेव, सायरा, गोगुन्दा, कोटड़ा, झाड़ोल और फलासिया पंचायत समिति के कुपोषण के शिकार क्षेत्रों में कुल 628 किट का वितरण हुआ। इन ग्रामों मे संस्थान द्वारा पहले चरण के शिविर आयोजित हुए। दूसरा चरण पुनः 15 दिवस बाद इन्हीं क्षेत्रों में होगा।
संस्थान की टीमों के सहयोग में जिला प्रशासन के अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे। पौष्टिक आहार से लाभान्वित हुए आदिवासी एवं रोगी सहायता पाकर प्रफुल्लित हुए। हमें विश्वास है कि कुपोषित बच्चे, माताए एवं उनके परिजन संतुलित आहार का सेवन कर निरोगी होंगे। संस्थान द्वारा हर 15 दिन  में अब 1500 कुपोषितों को आहार पहुंचाने की सेवा होने लगी है जोकि स्वस्थ समाज की स्थापना में आवश्यक कदम है।


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