भारत का हिस्सा जैविक उत्पादों के व्यापार में बेहद कम

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Published on : 12 Dec, 19 11:12

भारत का हिस्सा जैविक उत्पादों के व्यापार में  बेहद कम

नई दिल्ली  । नियंतण्र बाजार में देश से जैविक उत्पादों के निर्यात की मात्रा बहुत कम रहने पर संसद की एक समिति ने चिंता जाहिर की है और सरकार को एक अलग जैविक उत्पादन परिसर स्थापित किये जाने की सलाह दी है। समिति ने कहा है कि निर्यात बाजार को ध्यान में रखते हुए इस परिसर को जरूरी प्रसंस्करण सुविधाओं के साथ ही प्रभावी उत्पाद ब्रांड भी तैयार करने चाहिए ताकि निर्यात को बढ़ावा दिया जा सके।वाणिज्य पर बनी संसद की स्थायी समिति ने बुधवार को संसद में पेश अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मार्च 2019 की स्थिति के अनुसार भारत में 34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र जैविक खेती के तहत है। यह दुनिया में नौवां बड़ा क्षेत्र है जिसमें जैविक खेती की जाती है। देश में जैविक खेती करने वाले किसानों की संख्या सबसे ज्यादा है। इसके बावजूद दुनिया में जैविक उत्पादों के निर्यात में भारत का हिस्सा नाममात्र का है। समिति ने कहा है कि जैविक उत्पादों के मामले में प्रभावी विपणन संपर्क की कमी है। इसका खामियाजा उत्पादक किसानों को भुगतना पड़ता है क्योंकि उन्हें बहुत कम दाम मिलते हैं। समिति ने जैविक उत्पादों के लिए सुनिश्चित बाजार उपलब्ध कराने के वास्ते तुरंत एक ई-जैविक बाजार पोर्टल शुरू किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। समिति का मानना है कि इसका किसानों को भी लाभ मिलेगा। 


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