उदयपुर । ”मादडी औद्योगिक क्षेत्र में पिछले दो वर्षों से पेयजल की सप्लाई बन्द है। किन्तु जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा उद्योगों को मासिक बिल नियमित रूप से भिजवाया जा रहा है। इस बारे में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सहायक अभियन्ता को कई बार लिखित में समस्या के निराकरण हेतु पत्र दिये जाने के बावजूद अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।“
उपरोक्त प्रकरण यूसीसीआई में आयोजित समस्या समाधान शिविर के दौरान उपस्थित उद्यमियों द्वारा प्रस्तुत की गई।
उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा जिला उद्योग केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में ८२वां समस्या समाधान शिविर का आयोजन यूसीसीआई भवन के अरावली सभागार में किया गया।
यूसीसीआई अध्यक्ष श्री रमेश सिंघवी ने अपनी-अपनी समस्याओं के निराकरण के लिये शिविर में भाग लेने वाले उद्यमियों तथा विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों का स्वागत किया। श्री सिंघवी ने शिविर का संचालन करते हुए उद्यमियों की समस्याओं को विभागानुसार प्रस्तुत किया।
मैसर्स फिमाकेम इण्डिया लिमिटेड के प्रतिनिधि ने मादडी औद्योगिक क्षेत्र में पेयजल सप्लाई की समस्या रखी। उन्होंने बताया कि उनके उद्योग में विगत दो वर्षों से पेयजल की आपूर्ति बन्द है। उद्योग द्वारा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मासिक बिल का भुगतान नियमित रूप से किया जा रहा है। जल आपूर्ति बन्द होने की शिकायत रीको एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को कई बार किये जाने के बावजूद अब तक समस्या के निराकरण हेतु कोई पहल नहीं की गई है।
इसी क्रम में मैसर्स पदम मिनरल के श्री कुलदीपक तलेसरा द्वारा मादडी औद्योगिक क्षेत्र के रोड नंबर ५ पर स्थित उद्योगों में लम्बे समय से पीने के पानी की सप्लाई बन्द होने के प्रकरण रखा।
मैसर्स अरावली मिनल्स के श्री एम.एल. लूणावत ने मादडी इण्डस्ट्रीयल एरिया की सडकों के क्षतिग्रस्त होने की समस्या रखी। श्री लूणावत ने कहा कि क्षतिग्रस्त सडकों के कारण धूल मिट्टी उडने से मादडी औद्योगिक क्षेत्र की गणना सबसे प्रदूषित औद्योगिक क्षेत्र में होती है। श्री लूणावत ने सुझाव दिया कि पेचवर्क के माध्यम से केवल गढ्ढे रिपेयर कर देने के बजाय पूरी रोड ठीक कराई जावे।
श्री लूणावत ने जानकारी दी कि उनके मादडी औद्योगिक क्षेत्र स्थित औद्योगिक भूखण्ड पर औद्योगिक विस्तार हेतु अनुमति प्रदान करने के लिये रीको द्वारा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया से अनापत्ति प्राप्त करने के निर्देश दिये गये जबकि उदयपुर हवाई अड्डा मादडी से ३० किलोमीटर दूर है। अब हाल ही में रीको द्वारा ४० लाख रूपये जमा करवाने का डिमाण्ड नोटिस जारी किया है जबकि उक्त भूखण्ड के पेटे अब तक २ करोड रुपये जमा करवा चुके हैं।
मैसर्स के.एस. ऑटोमोबाईल्स के प्रतिनिधि द्वारा मादडी औद्योगिक क्षेत्र में बढते वायु प्रदूषण की समस्या का विवरण देते हुए बताया कि क्षेत्र से औद्योगिक अपशिष्ट लेकर गुजरने वाले वाहनों के ठीक से कवर नहीं होने के कारण उठने वाली दुर्गन्ध से कार शोरूम के स्टाफ एवं ग्राहकों को सांस लेने में परेशानी व आंखों में जलन की समस्या पेश आ रही है।
वारटल एन्टरप्राईज के श्री प्रमोद जैन ने कोरोमण्डल इन्टरनेशनल एवं मोना केमिकल्स से गुजर रही मुख्य ड्रेनेज के ब्लॉक होने की समस्या रखते हुए इसे यथाशीघ्र साफ करवाये जाने की मांग रखी।
रामा फॉस्फेट के श्री के.पी. सुखतांकर ने उमरडा क्षेत्र में क्षतिग्रस्त सडक, बन्द रोड लाईट, पेयजल की अनुपलब्धता, आवागमन हेतु परिवहन व्यवस्था तथा चोरी आदि की समस्या रखी।
अरावली मिनरल्स के श्री एम.एल. लूणावत ने मिनरल ग्राईडिंग इकाई हेतु अनकन्फर्मड टीपी द्वारा मिनरल सप्लाई में आ रही समस्या रखी।
यूनीवर्सल केमिकल वक्र्स के श्री कुलवन्त सिंह ने उद्योगों में कार्य करने हेतु अकुशल श्रमिक उपलब्ध नहीं होने की समस्या रखी।
रीको के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबन्धक श्री संजय नेनावटी ने रीको के औद्योगिक क्षेत्रों में उपलब्ध भूखण्डों का ई-ऑक्शन के माध्यम से आवन्टन किये जाने की ऑनलाईन प्रक्रिया की पावर पॉईन्ट प्रेजेनटेशन के माध्यम से जानकारी देते हुए उद्योग लगाने हेतु इण्डस्ट्रीयल प्लॉट हेतु प्राप्त करने का आव्हान किया।
शिविर में पूर्वाध्यक्ष श्री एम.एल. लूणावत, मानद कोषाध्यक्ष श्री राकेश माहेश्वरी, श्री आर.के. चण्डालिया, श्री राकेश चौधरी, श्री के.पी. अग्रवाल, यूनीवर्सल केमिकल वक्र्स के श्री कुलवन्त सिंह, गुडली चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री के अध्यक्ष श्री एस.एल. चेलावत, एमएसएमई एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री वाई.के. सिंघवी, आदि सदस्यों ने भाग लिया एवं समस्याएं रखी।
शिविर के अंत में उपाध्यक्ष श्री मनीष गलूण्डिया ने शिविर में उपस्थित सभी सरकारी विभागों के अधिकारियों का उद्योग एवं व्यवसाय से संबंधित समस्याओं के निराकरण में अपने सकारात्मक सहयोग के लिये धन्यवाद दिया।