न्यूजीलैंड पुलिस ने आज श्वेत द्वीप पर फटे ज्वालामुखी से शवों को निकालने में हुई देरी का यह कहकर बचाव किया है कि अब भी धधक रहे संकटग्रस्त क्षेत्र में जल्दबाज़ी में पहुंचना बुद्धिमानी की बात नहीं होती। पुलिस विभाग के मंत्री स्टुअर्ट नैश ने कहा कि भूकम्प वैज्ञानिकों का अनुमान था कि उस द्वीप में एक और ज्वालामुखी फटने की पचास फीसदी आशंकाएं थीं।
समुद्र के बाहर इस द्वीप का लगभग पचास किलोमीटर इलाका आधा डूबा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि ज्वालामुखी के कारण भारी मात्रा में विषैली गैसें भी निकल रही थीं और समूचा द्वीप अम्लीय राख की मोटी चादर से ढ़का हुआ था। श्री नैश ने कहा कि वे उन परिजनों की पीड़ा और हताशा को समझते हैं जो ज्वालामुखी में फंसे अपने प्रियजनों की सुरक्षित वापसी चाहते थे, लेकिन बचाव दलों के पास इंतजार करने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं था।