कड़कड़ाती ठंड में पों फटने से पहले हुआ नेत्रदान

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Published on : 09 Dec, 19 09:12

जयपुर न हो सका,फिर कोटा में सम्पन हुआ नेत्रदान

कड़कड़ाती ठंड में पों फटने से पहले हुआ नेत्रदान

45 वर्षीय,शास्त्री नगर,दादाबाड़ी निवासी कुलदीपक सुराणा जी डाबी वालों कि,कुछ समय पहले तबियत खराब हो जाने के बाद जयपुर में इलाज के लिये ले जाया गया,पर उपचार के दौरान उनका अस्पताल में ही निधन हो गया । इस समय उनकी पत्नि संजू वहीं उनके साथ थी,इधर कोटा में जब संजू जी के भाई गिरीश जैन जी रामपुरा वालों को पता लगा तो उन्होंने बहन से कहा कि,हम सभी ने अपनी पूरी कोशिश उनको बचाने के लिये की ,पर ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था,पर यदि हम उनके नेत्रदान करा दें तो भी उनको किसी आँखो में जीवित रख सकते है । 

थोड़ा समझाने के बाद वह अपने पति कुलदीपक जी नेत्रदान के लिये राज़ी हो गई,गिरीश जी ने तुरंत रात 11 बज़े शाइन इंडिया फाउंडेशन को सम्पर्क किया,उसके बाद संस्था सदस्यों ने कहा कि,यदि वह थोड़ी देर अभी जयपुर में ही है,तो उनका नेत्रदान का कार्य वहीं जयपुर में हो सकता है। पर सब कुछ बात होने तक ,एम्बुलेंस जयपुर से निकल चुकी थी । सुबह 4 बज़े कुलदीपक जी का पार्थिव शव घर आया,उसके बाद सुबह तेज़ ठंड में शाइन इंडिया फाउंडेशन की टीम ने आई बैंक सोसायटी के तकनीशियन के साथ मिलकर घर पर ही उनके नेत्रदान लिये ।

 


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