दुकान खाली कराने को लेकर कर रहे प्रताड़ित 

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Published on : 04 Dec, 19 05:12

भयभीत होकर करीब 15 दिन से घर पर बैठा ही पीड़ित परिवार

दुकान खाली कराने को लेकर कर रहे प्रताड़ित 

कोटा (के डी अब्बासी)।  लम्बे समय से वैल्डिंग की दुकान लगाकर अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे एक परिवार को मकान मालिक द्वारा बेहद परेशान किया जा रहा है। कभी दुकान को बंद कर दिया जाता है तो कभी मारपीट की जाती है और कभी जान से मारने की धमकी दी जा रही है। मारपीट व दुकान नहीं खोलने की शिकायत थाने में भी की लेकिन कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा रही है।  केशवपुरा निवासी हरीश महावर पुत्र स्व. शंकर लाल जाति महावर कोली ने पत्रकारवार्ता में बताया कि उसने एक दुकान( महिमा वेल्डिंग) वर्ष 1994 में राधा कृष्ण से केशवपुरा में किराए से ली थी। दुकान लगाए जाने के बाद वह उन्हें नियमित किराया देते रहे। वर्ष 2000 के करीब राधाकृष्ण की मृत्यु हो जाने पर हरीश महावर उनकी पत्नी गोपी बाई को किराया देने लगे। गोपी बाई की उम्र अधिक होने से उन्होंने अपने पुत्र राजेन्द्र को कह दिया कि वह किराया ले लिया करें। करीब चार साल तक राजेन्द्र ने लगातार किराया लिया और उसकी रसीद भी दी। लेकिन राजेन्द्र सुमन की मृत्यु के बाद गोपी बाई के खाते में किराया जमा कराते आ रहे हैं। लेकिन दुकान को जबरन खाली कराए जाने को लेकर राजेन्द्र की पत्नी सीमा सुमन निवासी खटीकों का मोहल्ला श्रीराम चौक कोटडी गोवर्धनपुरा ने वर्ष 2016 में एकाउंट बंद करवा दिया और बिजली का कनेक्शन भी कटवा दिया। हरीश महावर ने अपने नाम कनेक्शन ले लिया और नियमित बिल जमा करते आ रहे है। दुकान खाली कराए जाने को लेकर पिछले कई वर्षों से दबाव बना रहे हैं। दुकान खाली नहीं करने पर उन्होंने गुमानपुरा थाने में वर्ष 2018 में धोकाधडी सहित कई धाराओं में मामला दर्ज करा दिया, जिस पर जांच के बाद पुलिस ने एफआर लगा दी। 

 

महिला ने की मारपीट, सीसीटीवी फुटेज में मामला हुआ कैद

दुकान को खाली कराए जाने को लेकर महिला ने 22 नवम्बर 2019 को दुकान पर आकर मारपीट कि व हरीश महावर के गाल पर थप्पड मार दिए तथा जोर जोर से चिल्ला कर जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने लगी जिससे घबराकर वह वहां से भाग गया। ये पूरी घटना सीसी टीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। मारपीट के साक्ष होने के बाद भी न्याय नहीं मिल रहा है। महिला अब दुकान के सामने कुर्सी लगाकर बैठ जाती है जिसकी रिकॉर्डिंग व फोटो उपलब्ध हैं। ये ही नहीं सीमा सुमन के पुत्र व रिश्तेदार भी आए दिन रास्ते में रोककर जान से मारने की धमकी देते हैं। कहते हैं कि दुकान खाली नहीं की तो जान से मार देंगे। इस संदर्भ में 22 नवम्बर 2019 को पुलिस अधीक्षक शहर दीपक भार्गव को सीमा सुमन पत्नी स्व. राजेन्द्र सुमन, चन्द्र प्रकाश सुमन पुत्र शंकर लाल सुमन दादाबाडी, पवन सुमन पुत्र स्व राजेन्द्र सुमन, मोनू सुमन पुत्र राजेन्द्र सुमन, सोनू सुमन पुत्र राजेन्द्र सुमन के खिलाफ परिवाद दिया है लेकिन उसके बाद अब तक थाने में मामला दर्ज नहीं हो रहा और अपराधी खुले आम घूम रहे हैं, और दुकान खोलने नहीं दे रहे जिस कारण उनके सामने रोजी रोटी का संकट आ रहा है। हरीश महावर ने मांग करते हुए कहा कि इस पूरे मामले को न्यायालय में लगा दिया गया है न्यायालय जैसा भी आदेश होगा मान्य होगा लेकिन तब तक उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए और परिवादियों से जान मामल की रक्षा की जाए। उन्हें दुकान खोलने दी जाए ताकी वह अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें। परिवादियों को पाबंद किया जाए की वह दुकान पर आकर खडे नहीं हो।  प्रेस वार्ता में पीड़ित हरीश महावर के साथ उसकी पत्नी मंजू महावर व पुत्री व पुत्र साथ थे 


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