लोकनाट्य समारोह : तेजाजी की भावपूर्ण प्रस्तुति

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Published on : 04 Dec, 19 04:12

लोकनाट्य समारोह : तेजाजी की भावपूर्ण प्रस्तुति

उदयपुर | भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर में हुआ लोकनाट्य समारोह का  आगाज मध्यप्रदेश कि पारम्परिक माच शैली में लोक देवता तेजाजी की नृत्य नाटिका ने दर्शको को प्रभावित किया।

भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डाॅ. लईक हुसैन ने बताया कि दिनांक 2 दिसम्बर एवं 03 दिसम्बर 2019 को  भारतीय लोक कला मण्डल के संस्थापक पद्मश्री देवीलाल सामर की 38 वीं पुण्यतिथि के अवसर लोकनाट्य समारोह के शुभांरभ पर संस्था के उपाध्यक्ष रियाज़ तहसीन एवं गणमान्य अतिथियों ने पद्मश्री देवीलाल सामर की तस्वीर पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्वलित कर किया।

डाॅ. हुसैन ने बताया कि भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर में आदिवासी लोक कला एवं बोली विकास अकादमी मध्य प्रदेश सरकार एवं राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर के सहयोग से आयोजित किये जा रहे लोकनाट्य समारोह के पहले दिन में श्री सत्येन्द्र बारेड़ एवं दल द्वारा मध्यप्रदेश की पारम्परिक  लोक नाट्य शैली माच में लोक देवता तेजाजी पर आधारित  नृत्य नाटिका का मंचन किया गया।

उन्होने बताया कि तेजाजी लोक देवताओं के रूप में न केवल राजस्थान बल्कि अन्य प्रांतों में भी पूजे जाते है। भादवा माह की सुदी 10 वीं को तेजा दशमी के रूप में बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। लोक देवता तेजाजी को मानने एवं उनमें श्रृद्धा रखने वाले लोग परंपरागत रूप से गाॅव- गाॅव जाकर इस नृत्य नाटिका को करते है। 

मध्य प्रदेश की माच शैली में किये गये लोक नाट्य में  तेजाजी महाराज का जीवन परिचय, उनकी सास द्वारा श्राप देना, नागराज को तेजाजी द्वारा वचन देना एवं अंत में अपने वचन को निभाते हुए नाग देवता के ड़क से अपनी देह को त्याग कर अमर होने जैसे विभिन्न प्रसंगो को नृत्य नाटिका के माध्यम से दर्शको के सम्मुख भाव पूर्ण तरीके सेप्रस्तुत किया गया।

समारोह के अंतिम दिन दिनांक 03 दिसम्बर को सांय 6ः 15 बजे प्रसिद्ध कुचामणी ख्याल शैली के कलाकार स्व. उगमराज खिलाड़ी के दल द्वारा कुचामणी शैली में नाट्य प्रस्तुति की जिसमें दर्शकों का प्रवेश निःशुल्क होगा । 


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