जिंक जावर माइन्स, बी.आई.एस.एल.डी एवं पषुपालन विभाग उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में जावर माइन्स क्षैत्र के अर्न्तगत २८ गॉवों में पषु स्वास्थ षिविरों का आयोजन किया जायेगा। इन षिविरों के अर्न्तगत पषुचिकित्सा, टीकाकरण, डोजिग, डस्टिंग, बधियाकरण व कृत्रिम गर्भाधान किया जायेगा। ४ दिसंबर से १४ दिसंबर तक ये षिविर नेवातलाई, जावर, सिंधटवाडा, टी.डी , कानपुर ,अमरपुरा, रेला, चणावदा, ओडा, पाडला, कृष्णपुरा, नला, खाखदरा, केवडा, रवा, गोज्या, बोरीकुआ, जावला, पाटिया, पडूणा, धावडीतलाई, उदियाखेडा, पीपलदरा, एकलिंगपुरा, बाबरमाल, कोटडी, देवपुरा, भालडीया में आयोजित होगें। षिविर में पषुपालन विभाग से चिकित्सक, पषु सहायक अपनी सेवाएं देगें। अमरपुरा, टी.डी, रवा, उदियाखेडा में आयोजित षिविरों में ७२ पषुपालकों के ९०० से अधिक पषु लाभान्वित हुए।
हिन्दुस्तान जिंक, जावर माइन्स व बी.आई.एस.एल.डी, की समाधान परीयोजना के त्हत जावर माइन्स के आस- पास के २८ गाँवों में पशुधन विकास हेतु विभिन्न तरह की गतिविधियों को परीयोजना के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। जिसके अर्न्तगत पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान कर उच्च कोटि की नस्ल प्रदान करना, सिरोहि नस्ल के बीजु बकरों को पशुपालकों को वितरित कर क्षैत्र की बकरीयों व बकरों की नस्ल परिर्वतन करना जिससे क्षैत्र की बकरीयों की दुग्ध उत्पादन क्षमता को बढाया जा सके । साथ ही समय- समय पर पशु शिविरों का आयोजन कर पशुओं को मौसमी बीमारीयों तथा व्याधियों से दूर रखा जा सकें।