तो कबीर के दोहों ने याद दिलायी गांव की मिट्टी

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Published on : 01 Dec, 19 07:12

 तो कबीर के दोहों ने याद दिलायी गांव की मिट्टी

ऑर्गेनिक महोत्सव 2019 ः ऑर्गेनिक फैशन शो में मेवाड की झलक दिखी तो कबीर के दोहों ने याद दिलायी गांव की मिट्टी

उदयपुर। ऑर्गेनिक फार्मिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से शिल्पग्राम में हो रहे ऑर्गेनिक महोत्सव 2019 के दूसरे दिन मेवाड और गांव की मिट्टी का अलग ही रूप दिखायी दिया। ऑर्गेनिक फैशन शो में जहां मेवाड की झलक दिखायी दी तो कबीर कॉन्सर्ट में कबीर के दोहों ने गांव की मिट्टी, हमारी संस्कृति और संस्कारों की याद दिलायी।

पेसिफिक यूनिवर्सिटी के एग्रीकल्चर कॉलेज के साझे में हो रहे इस ऑर्गेनिक महोत्सव के दूसरे दिन विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए। वहीं कई स्कूलों और कॉलेज के छात्रों ने जब ऑर्गेनिक हाट को देखा तो तरह-तरह की बीज, दूसरे राज्यों में उगने वाली एक-एक किलो की एक-एक लंबी भिंडी, बेम्बो राइस देखकर चौंक गए। बच्चों ने कहा हमारी संस्कृति ही नहीं, हमारे देश की मिट्टी में भी विविधता है। एक राज्य की मिट्टी में जो उगता है, वह दूसरे राज्य में नहीं उग पाता।

कॉटन और खादी के कपडों का हुआ घाबा फैशन शो

आयोजकों ने ऑर्गेनिक महोत्वस के दूसरे दिन शाम को घाबा फै६ान शो आयोजित किया। मेवाड में कपडे को घाबा बोलते हैं। इसलिए शो का नाम घाबा फैशन शो रखा गया। इसमें युवाओं ने विभिन्न राज्यों में बने कॉटन और खादी के कपडों में रैंप पर वॉक किया। वहीं एक किसान गायक ने कबीर के दोहों को पढकर लेकसिटी की सर्द शाम में रूमानियत भर दी।


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