उदयपुर आलोक संस्थान, रोटरी क्लब उदयपुर, आलोक इन्टरेक्ट क्लब, भारत विकास परिषद मेवाड़, उदयपुर साईकिलिंग क्लब, पिछोला साइकिल क्लब, फतहसागर साइकलिंग क्लब के संयुक्त तत्वाधान व डॉ. प्रदीप कुमावत के नेतृत्व में आज 321 साईकिलिस्टों ने उदयपुर षहर में 21 किलोमीटर की यात्रा कर पंचामृत संदेष स्वच्छ भारत सशक्त भारत, पानी बचाओ बिजली बचाओं, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, ईंधन बचाओ पेड़ लगाओ, घूमो फिरो साइकिल चलाओ का संदेष आमजन को दिया।
उक्त जानकारी देते हुये कार्यक्रम के प्रणेता व संयोजक डॉ. प्रदीप कुमावत ने बताया कि उदयपुर में जन जागृति की दृश्टि से, स्मार्ट सिटी बनाने और साईकलिंग हब बनाने के लिये उदयपुर सबसे आदर्ष स्थान है इसलिये साईकलिंग को बढ़ाने के लिये यह साईक्लोथोन कार्यक्रम पंचामृत सप्ताह के रूप में मनाया गया जिसका समापन आज जोरदार ढंग से 21 किमी साईकिल चलाकर आमजन को पंचामृत संदेष देकर किया।
प्रथम समूह गुलाब बाग से षुरू हुआ जिसको तीन साल की छोटी सी बच्ची ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दूसरा समूह फतहपुरा से, तीसरा समूह पंचवटी से निकल कर षहरों के अलग-अलग चौराहों कालाजी गोराजी, आरएमवी रोड़, सूरजपोल, झीणी रेत चौक, सिंधी बाजार, बड़ाबाजार, मोती चौह्टा, हाथीपोल, फतहपुरा सर्कल, सुखाडि़या सर्कल,कोर्ट चौराहा, षास्त्री सर्कल, षक्ति नगर, टाउन हॉल, सूरजपोल चौराहा, बापू बाजार, देहलीगेट, पंचवटी चौराहा, स्वरूप सागर, राड़ाजीचौराहा, अम्बामाता मंदिर, जाड़ा गणेष जी, चांदपोल होते हुये पंचामृत का संदेष देते हुये, आमजन को जागरूक करते हुये चेतक चौराहें पहुँचे जहाँ त्रिवेणी संगम हुआ।
चेतक से तीनों साईकिल समूह फतहसागर पर पहुँचे जहाँ आमजन व साईकिलिस्टों को सम्बोधित करते हुये डॉ. प्रदीप कुमावत ने कहा कि उदयपुर एक सुंदर षहर है और साईकिलिंग के माध्यम से इसको और भी सुन्दर बनाया जा सकता है, पर्यावरण संरक्षण किया जा सकता है।
इस अवसर पर आलोक संस्थान के षषांक टांक, निष्चय कुमावत, प्रतीक कुमावत, भारत विकास परिशद् मेवाड़ के मनीश तिवारी, प्रषान्त व्यास, उदयपुर साईकलिंग क्लब के नितेष टांक, विरेन्द्र सिंह, निखिल रांका, विजय किंगरानी, ऑकली के प्रतिनिधि, आलोक इन्टरेक्ट क्लब के जयपाल सिंह रावत, राजेष भारती, नवीन चौबीसा, दीपक चौबीसा, चंद्र शेखर कुमावत, डॉ. यज्ञ आमेटा, मुकेश पुरोहित, किशन गंधर्व, नारायण चौबीसा, धर्मराज नागदा, जगदीश शर्मा, रविंद्र सिंह रूपावत, महेंद्र राजोरा सहित गणमान्य उपस्थित थे।
इन साईकिलिस्टों ने पंचामृत संदेषों की तख्तियां स्वच्छ भारत सशक्त भारत, पानी बचाओ बिजली बचाओं, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, ईंधन बचाओ पेड़ लगाओ, घूमो फिरो साइकिल चलाओ व साईकिल चलाने से होने वाले फायदों की तख्तियां भीड़ भाड़ से बचते हुये समय पर पहुँचेंगे, अच्छी निद्रा की गारन्टी, सदा रहोगे जवा जवान, पेट की बिमारियों से निजात, मस्तिश्क की तेजी से निर्णय लेने की क्षमता का विकास, पैडल पर पांव-बिमारी को मात, साईकिल चलाओ अधिक जीयो, पृथ्वी पर प्रदूशण नियंत्रण साईकिल से सम्भव, भरपूर जीवन आनन्द, दिल रहे सदा स्वस्थ ऐराबिक मूवमेंट, सभी आपके काम को सराहेंगे, कैंसर, हार्टअटेक,ब्लडप्रेषर से दूर, वजन घटाने का सरल उपाय, पैसो की बचत, पर्यावरण सरंक्षण, खाओ और साईकिल से पचाओ, स्वस्थ पारिवारिक जीवन, हर खेल में साईकिल सहायक, प्रकृति से सीधा जुड़ाव, दूसरों के लिये प्रेरणा, फिट रहो साईकिल चलाओ, ज्यादा कैलोरी जलेगी जब साईकिल चलेगी, प्रकृति प्रेम, दोस्तों के साथ मुक्त भ्रमण, पेट्रोल डीजल की बचत, पर्यावरण के सच्चे दोस्त सहित साईकिल चलाने से होने वाले फायदों की अनेक तख्तियां लगा रखी थी।