रुक्मणि के दर्द से व्यथित हुई कलेक्टर रुक्मणि

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Published on : 21 Nov, 19 08:11

हाथ हाथ दी राहत

रुक्मणि के दर्द से व्यथित हुई कलेक्टर रुक्मणि

बूंदी (डॉ. प्रभात कुमार सिंघल)। अपने बीमार बच्चों के उपचार की आस लेकर जिला कलक्टर रुक्मणि रियार के पास आई लबान निवासी रुक्मणि को बुधवार को हाथों हाथ राहत मिल गई। जिला कलक्टर ने मानवीय संवदेना दिखाते हुए तुरंत रुक्मणि के बच्चों के इलाज का प्रबंध करवाया। 
बुधवार को बूंदी के जिला कलेक्ट्रेट पहुंची रुक्मणि ने जिला कलक्टर रुकमणि रियार से मिल कर अपने बीमार बच्चों मनराज और लक्ष्मी का उपचार करवाने की गुहार लगाई। इस दौरान पीङित माँ की व्यथा सुन कर भावुक हुई जिला कलक्टर रुकमणि रियार ने अपनी जेब से पीङित माँ को एक हजार रुपए देते हुए तत्काल प्रभाव से प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ.के.सी.मीणा को बुलवा कर पीङित एक वर्षीय मनराज और ढाई वर्षीय लक्ष्मी का उपचार करने के निर्देश दिये। साथ ही में उन्होने केशवरायपाटन के विकास अधिकारी को पीङित महिला रुकमणि को खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल करने के लिए जल्द ही जरूरी कार्रवाई करने तथा सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक को बच्चो के स्वस्थ्य हो जाने के बाद पढाई के लिए छात्रावास में भर्ती करने के निर्देश दिए। इस प्रकार कलक्टर रुकमणि रियार द्वारा दिखाई गई आत्मीयता के चलते गद गद हुई पीङित माँ रुकमणि जिला कलक्टर का बार बार आभार जताती रही। 
जिला कलक्टर द्वारा दिए गए बच्चो के इलाज के निर्देश पर प्रमुख चिकित्साधिकारी डाॅ.के.सी.मीणा माँ और बच्चो को अपनी कार से हांस्पिटल लाए और बीमार भाई बहिन का उपचार करने में जुटे। चिकित्साकर्मियों ने बच्चो की जांच की।  


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