राष्ट्रीय पुतुल यात्रा का आगाज आज से

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Published on : 14 Nov, 19 06:11

राष्ट्रीय पुतुल यात्रा का आगाज आज से

उदयपुर,  संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली द्वारा भारतीय लोक कला मण्डल के सहयोग से  राष्ट्रीय पुतुल नाट्य समारोह का आयोजन  आज दिनांक १४ से १८ नवम्बर के मध्य भारतीय लोक कला मण्डल के मुक्ताकाशी रंगमंच पर प्रारम्भ होगा ।

भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ. लईक हुसैन एवं संगीत नाटक अकादमी कि पुतुल समन्वयक श्रीमती शुभा सक्सेना ने बताया कि इस समारोह में देश के अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुतुल कलाकार जैसे पद्मश्री सुरेश दत्ता, पद्मश्री दादी पदमजी आदि के  दल अपने पुतुल नाटकों की प्रस्तुतियाँ देगे ।

उन्होंने बताया कि आज दिनांक १४ नवंबर २०१९, सायं ०६ बजे  समारोह का उद्घाटन देश के प्रथम प्रधानमंत्री पण्डित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिन अर्थात बाल दिवस के अवसर पर  होगा, जिसका उद्घाटन अर्न्तराष्ट्रीय ख्याती प्राप्त ९० वर्ष के वयोवृद्ध पुतुल कलाकार पदमश्री सुरेश दत्ता  द्वारा किया जाएगा तथा समारोह की अध्यक्षता पदमश्री दादी पदमजी द्वारा की जाएगी।

समारोह के प्रथम दिन  १४ नवंबर को प्रसिद्ध पुतुल कलाकार वयोवृद्ध पद्मश्री सुरेष दत्ता के पुतुल नाटक इच्छापूरन एवं समकालीन छाया पुतुल थियेटर, ओडिशा के श्रीराम इंस्टीट्यूट ऑफ शैडो थिएटर  द्धारा श्री गौरांग चरणदास  द्वारा निर्देषित नाटक  क्रांति पथ पर शांति दूत का मंचन होगा।

समारोह के दूसरे दिनांक १५ नवंबर, शुक्रवार को डॉ लईक हुसैन द्वारा निर्देषित राजस्थान की पारंपरिक धागा पुतली षैली में भारतीय लोक कला मण्डल का प्रसिद्ध कठपुतली नाटक स्वामी विवेकानन्द एवं पारंपरिक दस्ताना पुतुल थिएटर उत्तर प्रदेश के मयूर पपेट थिएटर का श्री प्रदीपनाथ त्रिपाठी द्वारा निर्देशित नाटक गुलाबो सिताबो तथा पारंपरिक छाया पुतुल थिएटर, तमिल नाडु के द इंडियन पपेटीयर्स दल द्वारा नाटक ’’सीता की खोज‘‘  सीतालक्ष्मी शाहूकारू के निर्देशन में होगा।

समारोह के तीसरे दिन दिनांक १६ नवम्बर को समकालीन छड पुतुल थिएटर, त्रिपुरा के त्रिपुरा पपेट थिएटर द्धारा प्रभितांशु दास द्वारा निर्देषित नाटक चंडालिका, गुजरात के मेहर-द ट्रुप का नाटक दलों तलवाडी,  श्रीमानसिंह झाला के निर्देशन में पारंपरिक छाया पुतुल थिएटर, केरल, के स्कूल ऑफ तोलपावाकूथु द्धारा सदानन्द पुलावर निर्देषित नाटक रामायण का मंचन होगा।

१७ नवम्बर को समकालीन पुतुल थिएटर के अन्तर्गत पं.बंगाल डॉल्स थिएटर दल द्वारा टेमिंग आफ द वाइल्ड,  निर्देशन- सुदीप गुप्ता, कटकथा पपेट आर्टस ट्रस्ट दिल्ली द्वारा अबाउट राम, निर्देशक-अनुरूपा रॉय, पारंपरिक छड पुतुल थिएटर, पं.बंगाल के शैली में टाकी पुतुल नाच पार्टी द्वारा सोनाड डिघी, निर्देशक- मदन मोहन हालदार होगा ।

समारोह के अंतिम दिन दिनांक १८ नवम्बर को समकालीन पुतुल थिएटर, दिल्ली के इशारा पपेट थिएटर ट्रस्ट का अनोखे वस्त्र, निर्देशक-दादी पदमजी एवं समकालीन पुतुल थिएटर, महाराष्ट्र के  सत्यजित रामदास पाध्ये का फंटास्टिक शो, निर्देशक- सत्यजीत पाध्ये तथा पारंपरिक धागा पुतुल शैली में कर्नाटक का धातु , मूषिका कथा , निर्देशक-अनुपमा होस्केरे के प्रदर्शन होगे ।

अन्तरराश्ट्रीय पुतुल नाटक निर्देशक पद्मश्री दादी पदमजी समारोह के पांचों दिन उदयपुर में रहेगे तथा समारोह में भाग ले रहे सभी पुतली दलों से विचार विमर्श करेंगे दादी पदमजी एशिया पुतुल संघटन के अध्यक्ष भी है , तथा उन्ही के निर्देशन में एशिया मे पुतुल समारोह आयोजित किये जाते रहे है । इस समारोह में सभी आयु वर्ग के लिए प्रवेश निःशुल्क होगा तथा बच्चों के लिए कुछ व्यवस्था भी की जाएगी ।  


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