शिल्पग्राम में ’’शरद रंग‘‘ और फूड फेस्टीवल आज से

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Published on : 08 Nov, 19 04:11

शाम को सितार पर थिरकेगी फानसे की की अंगुलियाँ

शिल्पग्राम में ’’शरद रंग‘‘ और फूड फेस्टीवल आज से

उदयपुर,  पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से हवाला गांव स्थित शिल्पग्राम में पाँच दिवसीय फूड फेस्टीवल और नृत्य और संगीत उत्सव ’’शरद रंग‘‘ शुक्रवार से प्रारम्भ होगा। जिसमें दोपहर में बारह बजे से फूड फेस्टीवल की शुरूआत होगी तथा शाम को मुक्ताकाशी रंगमंच पर शास्त्रीय और कलाओं के फ्यूजन के विभिन्न कार्यक्रम होंगे।

केन्द्र के प्रभारी निदेशक ने बताया कि कलाओं के प्रोत्साहन तथा तथा विभिन्न कलाओं सम्मिश्रण व आदान प्रदान से एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को प्रबल करने के ध्येय से आयोजित इस उत्सव में आगामी पांच दिन तक विभिन्न आयोजन होंगे। आयोजन के लिये विभिन्न राज्यों के पाक शिल्पी यहां पहुंचे हैं तथा मध्यान्ह में खान-पान के विभिन्न स्टॉल्स पर व्यंजनों की महक बिखरेगी। उन्होंने बताया कि शिल्पग्राम के बंजारा मंच पर ऑर्केस्ट्रा कलाकारों द्वारा गीत संगीत की महफिल सजाई जायेगी जिसमें  आगंतुक फिल्मी और गैर फिल्मी गीतों का आनन्द ले सकेंगे। पांच दिवसीय उत्सव में रोजाना शाम ७ बजे मुक्ताकाशी रंगमंच पर कार्यक्रम होगा। शुक्रवार को मुंबई के प्रसिद्ध सितारिस्ट और सितार के साथ नये नये एक्सपेरीमेन्ट करने वाले जाने माने चन्द्रशेखर फानसे व उनके साथियों द्वारा लोकप्रिय गीतों की धुन एक नये अंदाज में सनाई जायेगी।

चंद्रशेखर फानसे ः चंद्रशेखर ने अपनी संगीत की शिक्षा पिता जी के सानिध्य में प्रारम्भ की इनके पिता हिंदुस्तानी शास्त्रीय परंपरा में सिद्धहस्त सितारवादक थे। स्वयं चन्द्रशेखर ने संगीत की बारीकियों को अपने सितार के  माध्यम से एक नये अंदाज में पेश करने की पहल की। आमतौर पर शास्त्रीय, उप शास्त्रीय व सुगम संगीत में संगत वाद्य अथवा एकल वाद्य के रूप में बजाया जाने वाला सितार जब सामूहिक रूप में बजता तो उसका एक अलग ही आनन्द होता है।

 


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