कृषि अनुसंधान की जानकारी खेतों एवं किसानों तक पहुंचाये-संभागीय आयुक्त

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Published on : 07 Nov, 19 04:11

डॉ. प्रभात कुमार सिंघल,कोटा

कृषि अनुसंधान की जानकारी खेतों एवं किसानों तक पहुंचाये-संभागीय आयुक्त

 सम्भागीय आयुक्त एलएन सोनी ने कहा कि कृषि अनुसंधान की जानकारी खेतों तक पहुंचा कर किसानों को आधुनिक खेती के लिए प्रेरित करते हुए कृषि अधिकारी सीधा संवाद बनायें।  वे बुधवार को सीएडी सभागार में सिचिंत क्षेत्र विकास की कृषि अनुसंधान इकाई नान्ता फार्म की सलाकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों एवं किसान प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। 

      उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण हाडौती क्षेत्र में कृषि के क्षेत्र में नवाचार की विपुल संभावनाऐं है, कृषि अनुसंधान के द्वारा किसानों को आधुनिक एवं कम लागत की खेती के लिए अधिकारी स्वप्रेरणा से कार्य करें। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के हित में अनेक योजनाएं एवं अनुदान के कार्यक्रम चला रखे हैं इसकी जानकारी भी किसानों तक समय पर पहुंचे ताकि उनका लाभ ले सकें। 
संभागीय आयुक्त ने वर्तमान में रासायनिक उर्वरकों के कारण मानव जीवन पर पड़ रह  दुष्प्रभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों को मृदा एवं जल परीक्षण के आधार पर उर्वरकों एवं कीटनासी दवाओं का उपयोग लेने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने संभाग के प्रत्येक जिले में जैविक खेती के लिए स्थान चिन्हित कर वहां के किसानों को रासायनिक उर्वरकों के विकल्प के रूप में जैविक खाद एवं कीटनासी दवाओं की जानकारी भी देने के निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि मृदा का नमूना लेते समय सबंधित किसान को भी सूचित किया जावे तथा उसकी रिर्पोट के आधार पर अधिक उपज बढाने के लिए उपयोग ली जाने वाली सामग्री के बारे में भी बतायें। 
       संभागीय आयुक्त ने आगामी रबी सीजन में किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज एवं उर्वरकों की उपलब्धता के लिए कृषि विभाग द्वारा की गई तैयारी की जानेारी लेकर पारदर्षिता के साथ समय पर वितरण करवाने के निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि ऐसे क्षेत्र जहां की सहकारी समितियां बीज वितरण करवाने में असमर्थ हैं वहां पर कृषि विभाग के कार्मिक किसानों से सम्पर्क कर मांग के आधार पर राजस्थान बीज निगम के माध्यम से स्थानीय स्तर पर बीज वितरण करवाना सुनिष्चित करें। इसके लिए बीज निगम के वाहन में एक निर्धारित दिवस एवं स्थान पर बीज वितरण किया जायेगा।
        परियोजना निदेशक कृषि अनुसंधान नान्ता फार्म डॉ. कल्पना शर्मा ने कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में किये गये कार्यो एवं कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किये गये नवाचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसानों को स्थानीय भागौलिकताओं के आधार पर नवीन बीज एवं कीट प्रबन्धन के बारे में बताया। किसान प्रतिनिधि हरदेव सिंह बरार ने भी सुझाव दिये। 
खाद की कमी नहीं-
        संयुक्त निदेषक कृषि विभाग रामअवतार शर्मा ने बताया कि संभाग में वर्तमान में उर्वरकों की र्प्याप्त उपलब्धता है। नवम्बर तक 2 लाख टन यूरिया पहुच जायेगा, डीएपी एवं अन्य खाद व बीज र्प्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने किसानों को आव्हान किया कि एकसाथ डिमाण्ड के स्थान पर अभी से आवष्यकतानुसार उर्वरकों की खराद करले जिससें केन्द्र सरकार को मांग से अवगत कराया जा सके। इस अवसर पर उपनिदेशक शष्य दुर्गालाल मोर्य, बीज निगम के जिला प्रबंधक आरके जैन, सीएडी के अधीक्षण अभियंता महेन्द्र कुमार, रणवीर सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं किसान प्रतिनिधि उपस्थित रहे


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