उदयपुर । ”राज्य में राजनैतिक परिवर्तन का उदयपुर के उद्योग एवं व्यवसाय पर क्या प्रभाव पडा है? सरकारी कामकाज के ऑनलाईन होने से व्यापार में क्या सुगमता आई है? क्या यहां के व्यवसायों पर ग्लोबल स्लो-डाउन का असर देखने में आया है? सामप्रदायिक सौहार्द की यहां क्या स्थिति है? क्या उदयपुर के उद्यमियों के लिये जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में व्यावसायिक अवसर बढे हैं?“
उपरोक्त सवाल श्री पीटर ब्रॉडबेन्ट ने यूसीसीआई सदस्यों से परिचर्चा के दौरान पूछे।
भारत एवं अमरीका के मध्य आपसी सहयोग एवं व्यापारिक गतिविधियों को बढावा देने के उद्देश्य से उदयपुर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा अमरीका के दूतावास के आर्थिक मामलों के अधिकारी श्री पीटर ब्रॉडबेन्ट एवं आर्थिक विषेशज्ञ श्रीमति पूर्णिमा कामथ के साथ एक परिचर्चात्मक व्यापारिक बैठक का आयोजन यूसीसीआई भवन में किया गया। इस बैठक में यूसीसीआई के पदाधिकारियों, कार्यकारिणी सदस्य एवं पूर्वाध्यक्षों ने भाग लिया।
अध्यक्ष श्री रमेश सिंघवी ने मुख्य अतिथि श्री पीटर ब्रॉडबेन्ट एवं श्रीमति पूर्णिमा कामथ का यूसीसीआई में स्वागत करते हुए कहा कि विगत एक दशक में आर्थिक गतिविधियों ने विश्व के दोनों प्रमुख लोकतांत्रिक देशों भारत एवं अमरीका के मध्य आपसी सम्बन्धों को मजबूती प्रदान की है। भारत में आर्थिक सुधार लागू होने के पश्चात् अमरीका भारत के सबसे बडे व्यापारिक सहयोगी के रूप में उभरा है तथा दोनों देशों ने आर्थिक सहयोग एवं व्यापारिक परिदृश्य के नये आयाम स्थापित किये है।
चीन-अमरीका ट्रेड वॉर के सम्बन्ध में श्री पीटर ब्रॉडबेन्ट ने कहा कि चीन में कार्यरत कई अमरीकी कम्पनियों ने वियतनाम का रूख किया है। भारत को यह देखना होगा कि इन कम्पनियों को यहां मैन्युफैक्चरिंग हेतु निवेश करने के लिये कैसे आकर्षित किया जाये।
अमरीकी राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार अभियान के दौरान अमरीका में रोजगार के अवसर बढाने हेतु आउटसोर्सिंग पर रोक लगाए जाने सम्बन्धी घोषणा के विषय में श्री पीटर ब्रॉडबेन्ट ने स्वीकार किया कि वर्तमान अमरीकी सरकार द्वारा आउटसोर्सिंग को बढावा नहीं दिया जा रहा है। ट्रम्प प्रशासन की ’अमरीका फर्स्ट‘ की नीति के तहत अमरीका में अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित किये जाने हेतु वहां की मैन्युफैक्चरिंग एवं सर्विस इण्डस्ट्री में अमरीकीयों को प्राथमिकता दी जा रही है।
श्री पीटर ब्रॉडबेन्ट एवं श्रीमति पूर्णिमा कामथ ने सदस्यों की जिज्ञासाओं एवं शंकाओं का प्रश्नोत्तर के दौरान समाधान किया। परिचर्चात्मक बैठक के दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री हेमन्त जैन, उपाध्यक्ष श्री मनीष गलूण्डिया, मानद महासचिव श्री प्रतीक हिंगड, पूर्वाध्यक्ष श्री एम.एल. लूणावत ने विचार रखे।
बैठक का संचालन मानद महासचिव श्री प्रतीक हिंगड ने किया। परिचर्चा के अन्त में वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री हेमन्त जैन ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।