एमपीयुएटी में दी गई प्रो. कोठारी एवं ई. वाश्र्णेय को विदाई

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Published on : 24 Oct, 19 05:10

एमपीयुएटी में दी गई प्रो. कोठारी एवं ई. वाश्र्णेय को विदाई

उदयपुर । महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की उच्च अधिकारी समिति मे माननीय कुलपति प्रोफेसर नरेन्द्र सिंह राठौड़ की अध्यक्षता मे विश्वविद्यालय के आयोजन एवं परिवीक्षण निदेशक प्रो. सुरेन्द्र कोठारी एवं भूसम्पति अधिकारी ई. शिशिरकान्त वाश्र्णेय को विदाई दी गई। उल्लेखनीय है कि प्रो. सुरेन्द्र कोठारी आगामी 31 अक्टुबर को विश्वविद्यालय की सेवाऐं पूर्ण कर सेवानिवृत होने जा रहे है। तथा ई. शिशिरकान्त की प्रतिनियुक्ति नाथद्वारा मे होने से उन्हे विदाई दी गई। इस अवसर पर माननीय कुलपति ने दोनो महानुभावों की अच्छाईयों एवं कार्यशेली से शिक्षा लेकर आपसी सामंजस्य, मधुर व्यवहार, कर्तव्यनिष्ठा एवं प्रबन्धन कुशलता को अपनाने की बात कही।
मात्स्यकी महाविद्यालय मे गाँधी डेस्क एवं डिजीटल कियोस्क की स्थापना
उदयपुर, 23 अक्टुम्बर 2019। मात्स्यकी महाविद्यालय के पुस्तकालय में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के 150 वीं जयंती पर महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने मात्स्यकी महाविद्यालय के पुस्तकालय मे गाँधी डेस्क एवं एक डिजीटल कियोस्क का उद्घाटन किया।
कुलपति महोदय ने पुस्तकालय मे उपलब्ध गाँधी जी की शिक्षाप्रद पुस्तकों एवं गाँधी जी पर बनाए पोस्टरों का अवलोकन भी किया। उन्होने बताया कि इस प्रकार के डिजीटल कियोस्क में गाँधी जी द्वारा कहे गए उद्धरण विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्पद सिद्ध होंगे। महाविद्यालय के अधिष्ठाता ने बताया कि पुस्तकालय में महात्मा गाँधी पर अनेको शिक्षाप्रद एवं प्रेरणादाई पुस्तके इस डेस्क पर रखी गई है जो कि विद्यार्थियों कि लिए अध्ययन एवं ज्ञानवर्धन के लिए उपलब्ध रहेगी। पुस्तकालय प्रभारी डाॅ. एम.एल. औझा एवं पुस्तकालय सहायक एम.डी. वैष्णव ने बताया कि इस डेस्क पर महात्मा बनाम गाँधी, मेरे सपनो का भारत, गाँधी के मैनेजमेंट सूत्र, सबके अपने बापू, ग्राम स्वराज, सत्य के साथ मेरे प्रयोग आदि अनेक उपयोगी पुस्तके रखी गई है।
कुलपति ने फैकल्टी इन्टरेकशन के दौरान दिऐ आवश्यक दिशा निर्देश
माननीय कुलपति प्रो. नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने मात्स्यकी महाविद्यालय का निरीक्षण किया एवं काॅलेज की फैकल्टी से बातचीत कर उन्हे आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। इस दौरान काॅलेज अधिष्ठाता डा. सुबोध शर्मा ने पावर पाॅइन्ट प्रजेन्टेशन द्वारा महाविद्यालय की स्थापना, विगत 16 वर्षो मे हुई प्रगति, पाठ्यक्रमों के संचालन, शिक्षण अनुसंधान व प्रसार कार्यक्रमो की जानकारी तथा खेलकूद, एन.एस.एस. व सांस्कृतिक गतिविधियों व उपलब्धियों की जानकारी दी।
प्रो. राठौड़ ने बताया कि महाविद्यालय की फैकल्टी को भारतीय कृषि अनुसंधानन परिषद् के मापदण्डों पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्होने महाविद्यालय के स्तर की बढोतरी के लिए वर्तमान गतिविधियों मंे सुधार के मंत्र भी बताए। उन्होने स्टूडेन्ट रेडी प्रोग्राम की अनुपालना, शिक्षण कार्यो के सुचारू संचालन, लेब मेन्युअल तैयार करने प्रसार कार्यक्रम, प्रशिक्षण, सलाहकार सेवा, अनुसंधान परियोजनाओं पर कार्य करने इत्यादि की आवश्यकता बताई। उन्होने किसी भी संस्था के विकास के लिए स्वयं की क्षमताओं, कमजोरियों, अवसरों एवं चुनौतियों के विश्लेषण की सलाह भी दी। इस अवसर पर महाविद्यालय फैकल्टी  द्वारा लिखी गई पांच लेब मेन्युअल का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम मे कोटा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. मधुसूदन शर्मा, पूर्व अधिष्ठाता प्रो. एल.एल. शर्मा, ओ.एस.डी. डाॅ. विरेन्द्र नेपालिया, विभागाध्यक्ष डाॅ. बी.के. शर्मा, डाॅ. एम.एल. औझा, गेस्ट फैकल्टी डाॅ. एस.एम. जैन, डाॅ. आर.एस. रत्नु, डाॅ. नारायण सिंह सोलंकी इत्यादि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अधिष्ठाता डाॅ. सुबोध शर्मा ने किया।
 


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