श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे सरकारी संस्थाओं में भ्रष्टाचार और फर्जेवाड़े के आरोपों के सिलसिले में आज राष्ट्रपति द्वारा गठित जांच आयोग के समक्ष उपस्थित होंगे। यह आयोग वर्ष 2015 में मत्ताला अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर धान के भंडारण के सरकार के फैसले की जांच कर रहा है। एक पूर्व अधिकारी बंडारा दिशानायके ने आयोग के समक्ष अपनी गवाही में कहा था कि स्वयं प्रधानमंत्री ने ही उन्हें हवाई अड्डे पर धान के भंडारण का निर्देश दिया था। इसके बाद, आयोग ने विक्रमसिंघे को आयोग के समक्ष उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया।
मत्ताला हवाई अड्डे का निर्माण महिदा राजपक्षे के कार्यकाल में उन्हीं के जिले में किया गया था। लेकिन यहां से कोई यात्री सेवा उपलब्ध नहीं है।