उदयपुर / राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् उदयपुर में स्कूल प्रमुखों और शिक्षकों की समग्र उन्नति के लिए राष्ट्रीय पहल (निष्ठा) के तहत के तहत ५ दिवसीय के.आर.पी.प्रशिक्षण मंगलवार को संपन्न हुआ।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रो.फारूख अंसारी व प्रो.वी.पी. सिंह ने निष्ठा के विषय में विस्तार से चर्चा करते हुए निष्ठा के लक्ष्य की चर्चा की।
समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए उपनिदेशक ललित शंकर आमेटा ने कहा कि प्रशिक्षण में प्राप्त अनुभवों के आधार पर संदर्भ व्यक्ति ब्लॉक स्तर पर जाकर प्रशिक्षण प्रदान करें। इसमें किसी भी प्रकार की समस्या आये तो परिषद् की टीम सहायता के लिए तैयार है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपनिदेशक नरेश चन्द डांगी, तेजपाल उपाध्याय एवं प्रो. चन्द्रशेखर एन.सी.ई.आर.टी.नई दिल्ली ने अपने विचार रखे। समन्वयक श्रीमती सरस्वती माहेश्वरी, कार्यक्रम के समापन के पांच दिवसीय हुई गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया एवं प्रशिक्षण की रूपरेखा प्रस्तुत की ।
कार्यक्रम के सहसमन्वयक डॉ. महावीर प्रसाद जैन ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि कुल ४ जिलों के ३०३ के.आर.पी. एवं ६२ एस.आर.पी.एल.ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। ये अब अपने ब्लॅाक में जाकर प्रशिक्षण देगें।
ग्रुप समन्वयक प्रो. सुखविन्दर सिंह ने कहा कि सभी प्रमुख विषय क्षेत्रों में हर वर्ग के लिए निर्धारित सीखने के प्रतिफलों को प्राप्त करने हेतु शिक्षकों की क्षमता का निर्माण करना है। कार्यक्रम में सहसमन्वयक डॉ.लक्ष्मीधर बेहेरा, हेमन्त आमेटा ने तकनीकी सहायता के विषय में जानकारी प्रदान की ।
कार्यक्रम के अन्त में उपनिदेशक नरेश चन्द डांगी ने सभी का आभार व्यक्त किया।