इंटरकनेक्ट यूजर चार्ज यानी आईयूसी को लेकर दूरसंचार कंपनियों के बीच मचे घमासान में ग्राहक भी कूद पड़े हैं। इस शुल्क को ग्राहकों पर बोझ बताते हुए भारतीय दूरसंचार नियामक संस्था (ट्राई) से इसके शीघ्र समाधान की मांग की है।मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने आईसीयू मुद्दे पर ट्राई के ढुलमुल रुख का हवाला देते हुए बुधवार को दूसरे नेटवर्क पर काल करने के लिए छह पैसे प्रति मिनट का चार्ज लगाने का ऐलान किया। कंपनी के इस कदम के बाद जियो के ग्राहक अपने ऊपर पड़ने वाले भार को देखते हुए कंपनी के समर्थन में उतरआए और ट्राई से जल्द से जल्द इसका समाधान निकालने की मांग की है।जियो के ग्राहकों ने अपनी मांग ट्राई तक पहुंचाने के लिए आनलाइन याचिका का रास्ता अपनाया है। खबर लिखे जाने तक करीब 10 हजार जियो ग्राहक इसके समर्थन में आ चुके हैं। अपनी बात संबंधित संस्था तक पहुंचाने के लिए आनलाइन याचिका का प्रचलन प्रभावी ढंग से किया जाता है। आईसीयू पर विवाद की शुरुआत ट्राई के एक परामर्श पेपर से शुरू हुई बताई जाती है।रिलायंस जियो का कहना है कि कुछ कंपनियों के 2जी ग्राहक पैसा बचाने के लिए जियो के ग्राहकों को मिस्ड काल देते हैं और जब जियो का ग्राहक अन्य आपरेटर के उपभोक्ता को फोन करता है तो जियो को छह पैसे प्रति मिनट चुकाने पड़ते हैं।