बुंन्दी के वरिष्ठ पत्रकार,लेखक एवं साहित्यकार मदन मंदिर के निधन पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला एवं नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने संवेदना व्यक्त की है। बिड़ला ने मदिर के निधन को पत्रकारिता के क्षेत्र में अपूर्णीय क्षति बताते हुए कहा पत्रकारिता एवं साहित्यिक क्षेत्र में उनका बहुत योगदान रहा है। धारीवाल ने संवेदना व्यक्त कर कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में मदिर का योगदान चिरस्मरणीय रहेगा।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पूर्व जॉइंट डायरेक्टर डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, फ़ारुख आफरीदी,बालमुकंद ओझा ने भी संवेदना वयक्त कर मदिर को दबंग पत्रकार बताते हुए कहा कि वे अनेक पत्रकारों के प्रेरणा स्रोत रहे हैं। वे निडर और निर्भीक पत्रकार थे। उनके निधन से समाजवादी आन्दोलन के एक युग का अवसान हो गया। कोटा के अनेक पत्रकारों ने उन्हें श्रद्गंजली दी।
बुंन्दी में शोक की लहर
वरिष्ठ पत्रकार एवं दैनिक अंगद समाचार पत्र. के प्रधान संपादक मदन मदिर के निधन की सूचना से बुंन्दी में शोक की लहर दौड़ गई।जिला कलक्टर रुक्मणि रियार, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेश जोशी एवं जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। जिला कलक्टर ने कहा कि मदिर जीवन के आखिरी समय तक लेखनी और पत्रकारिता से जुडे़ रहे। उनका निधन बूंदी की पत्रकारिता के लिए अपूरणीय क्षति है।उन्होंने दिवंगत की शांति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
सूचना एवं जन संपर्क कार्यालय में सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी रचना शर्मा, सहायक प्रशासनिक अधिकारी हजारीलाल मीणा, कनिष्ठ सहायक अर्जुन सिंह हाडा, चेतन प्रकाश एवं अन्य कार्मिकों ने श्री मदिर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रख दिवंगत की आत्म शांति के लिए कामना की।
उल्लेखनीय है कि बूंदी से प्रकाशित दैनिक अंगद समाचार पत्र के प्रधान संपादक श्री मदन मदिर को गुरूवार को कोटा के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे। शुक्रवार सायं उनकी अन्त्येष्टि की गई। जिसमें जिले के वरिष्ठ एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।