नई दिल्ली। देश के 12 बंदरगाहों से कोकिंग कोयले की ढुलाई चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितम्बर के दौरान 15 प्रतिशत बढ़कर 2.93 करोड़ टन रही। बंदरगाहों के संगठन भारतीय बंदरगाह संघ (आईपीए) ने यह जानकारी दी। कोकिंग कोयला को मेटालर्जिकल कोयले के नाम से भी जाना जाता है। इसका मुख्य रूप से उपयोग इस्पात उत्पादन में होता है। सार्वजनिक क्षेत्र के बंदरगाहों के जरिए पिछले वित्त वर्ष 2018-19 की इसी अवधि में 2.54 करोड़ टन कोयले की ढुलाई की गई थी।