२२०० वर्ष प्राचीन धवली महावीर स्वामी की प्रतिमा

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Published on : 07 Oct, 19 04:10

आज विराजित होगी जीरावला में

२२०० वर्ष प्राचीन धवली महावीर स्वामी की प्रतिमा

सिरोही। ११०० वर्ष प्राचीन तीर्थ धवली में विराजित महावीर स्वामी की २२०० वर्ष प्राचीन प्रतिमा कल सोमवार को विधि विधान के साथ जीरावला तीर्थ में मेहमान के रूप में शाम ५ बजे विराजित होगी। इस प्रतिमा के जीरावल आने के समाचारों से सम्पूर्ण जैन समाज में खुशी की लहर है।

बिना समाज अनुमति के ले गये थे प्रतिमाजी

गत ७ मई को यह प्राचीन प्रतिमा बिना सकल संघ की अनुमति के रात्रि के अन्धेरे में कुछ ट्रस्टी चुपचाप में परमात्मा के पुरे परिवार को ले गये ओर तीर्थ को खण्डित कर दिया जिसकी जानकारी आबूगोड जैन समाज को मिलने पर देश भर में भारी आक्रोश हुआ और धवली के ग्रामीणों व धवली तीर्थ रक्षा कमेटी ने रेवदर पुलिस थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई। प्राचीन तीर्थ को उजाडले का सम्पूर्ण देश में विरोध होने पर पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा ने जैन समाज के दोनो पक्षों की बैठक कर उन्हें समझाया ओर कहा कि प्राचीन प्रतिमा वापस नही आने पर पुलिस नियमानुसार कार्यवाही करेगी। बाद में विवाद बढने पर पुलिस ने सुरत पहुंच कर प्रतिमा को रखने वाले चम्पालाल जैन को समझाया कि वे प्रतिमा वापस दे देवे इस पर उन्होंने सकल संघ की भावनाओं के आधार पर पुलिस को आश्वस्त किया कि वे प्रतिमाजी को दे देंगे। प्रतिमा रात के अन्धेरे में ले जाने वालों में सूरत पाल के चम्पालाल जैन के पुत्र हितेश भाई भी शामिल थे।

सुरत प्रतिमाजी लेने पहुंचे जीरावल के ट्रस्टी

प्रतिमाजी को विधिविधान के साथ जीरावल लाने के लिए जीरावल ट्रस्ट के मंत्री पोपटलाल जैन आबूरोड की अगवानी में ट्रस्ट की पांच सदस्य कमेटी बनाई गई ओर प्रतिमाजी को लाने की रूप रेखा बनी। कमेटी की ओर मंत्री पोपटलाल जैन व सहमंत्री किशोर गांधी रविवार को सुरत पहुंचे और प्रतिमा जी को जीरावल ले जाने की व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं आचार्य श्री गुणरत्नसूरीजी से भेट कर प्रतिमा ले जाने संबंधी बातचीत की।

आज जीरावल में होगा प्रतिमाजी प्रवेश का वरघोडा

मंत्री पोपटलाल जैन ने बताया कि प्रतिमाजी को सुरत में सोमवार को सुबह ५ बजे गाजते बाजते विधिविधान के साथ परमात्मा के पुरे परिवार को लायेंगे। प्रतिमाजी सोमवार को शााम ४ बजे जीरावल पहुंचेगी जहां वधामणा के साथ परमात्मा का प्रवेश का वरघोडा होगा ओर चतुर्विद संघ गाजते बाजते परमात्मा को सपरिवार जीरावला तीर्थ में प्रवेश कर शुभ मुहुर्त में तीर्थ के मुख्य मंदिर के पास अस्थायी रूप से मेहमान के रूप में विराजित करेंगे। आबूगौड समाज भी इस मौके पर जीरावला पहच कर परमात्मा का वधामणा करेंगें।

 

प्रतिमाजी विराजमान के होंगे चढावें

प्राचीन एवं अति दुर्लभ प्रतिमाजी को विराजमान एवं वधामणे का लाभ किसको मिले उसके लिए सोमवार को दोपहर २ बजे जीरावला तीर्थ में विराजित आचार्य भगवंत पूर्णचन्द्रसूरीजी एवं युगचन्दसूरीजी की निश्रा में चढावे बोले जायेंगे।

धवली तीर्थ रक्षा कमेटी पहुंची जीरावल

धवली तीर्थ रक्षा कमेठी के संयोजक महेन्द्र मुथा अपनी टीम के साथ रविवार को जीरावला पहुंचे व ट्रस्ट की ओर से की गई तैयारियों को देखा व खुशी व्यक्त की। ट्रस्ट की ओर से इस अवसर पर आने वाले भक्तों के लिए आवास एवं स्वामी वात्सल्य की व्यवस्था की गई हैं।


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