उदयपुर | भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर के मानद सचिव दौलत सिंह पोरवाल ने बताया की भारतीय लोक कला मण्डल में महात्मा गॉधी कि १५०वीं जयन्ती पर भारतीय लोक कला मण्डल द्वारा दो दिवसीय नाट्य समारोह का आयोजन दिनांक ४ एवं ५ अक्टूबर को किया जा रहा है ।
भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ. लईक हुसैन ने बताया कि राजस्थान की पारम्परिक कठपुतली कला न केवल भारत बल्कि विश्व में प्रसिद्ध है, जो वर्तमान समय में आधुनिक तकनीक एवं अन्य मनोरंजन के साधनों कि चुनौती के कारण विलुप्त होती जा रही ह। इसको बचाने के उद्धेश्य को ध्यान में रखते हुए भारत के राष्ट्रपिता ’’महात्मा गाँधी के १५०वीं जन्म वर्ष के अवसर पर उनके जीवन तथा स्वतन्त्रता प्राप्ती हेतु उनके द्वारा किए गए संघर्ष को दर्शाने वाली दो प्रस्तुतियाँ दिनांक ४ एवं ५ अक्टूबर को भारतीय लोक कला मण्डल के मुक्ताकाशी रंगमंच पर प्रतिदिन शाम ७ बजे से की जाएगी ।
उन्होंने बताया कि दिनांक ४ को कठपुतली नाटिका ’’सत्याग्रही‘‘ तथा दिनांक ५ अक्टूबर को मंचीय नाटक ’’मोहन से मसीहा‘‘ का मंचन किया जाएगा । दोंनों ही नाटकों का लेखन एवं निर्देशन डॉ. लईक हुसैन द्वारा किया गया है । जबकि प्रस्तुति सहयोग दि परफोरमर्स कल्चरल सोसायटी, उदयपुर का है, इस समारोह हेतु पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार ने भी सहयोग प्रदान किया है ।
डॉ. लईक हुसैन ने बताया कि दोनों प्रस्तुतियों में दर्शकों का प्रवेश निःशुल्क होगा ।