छात्रो ने जानी नशे की विभीषिका

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Published on : 02 Oct, 19 09:10

डॉ पी सी जैन

छात्रो ने जानी नशे की विभीषिका

स्कूल के अनुशाषित और नियंत्रित वातावरण से मेडिकल के खुले और स्वतंत्र वातावरण आये मेडिकल छात्र छात्राओं को आज जल संरक्षण एवं नशा निवारण अभियान में लगे डॉ पी सी जैन ने पैसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस ,उमरड़ा के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को बढ़ते नशे की विभीषिका से अवगत कराया।

उन्होंने बारह ऍफ़ के माध्यम से कैसे नशे के चैंगुल में कोई पड़ जाता है जिसमे फ़्रेंड्स और फ़ैशन तथा मिली हुई फ्रीडम भी एक कारण बन जाती है।शराब ,सिगरेट ,गांजा बहुत जल्दी अपना शिकार ढूंढ लेते है। अपने विद्यार्थी जीवन मे अपने सहपाठी और परिवार के इकलौते पुत्र की किस तरह शराब के कारण दर्दनाक मौत हुई उसका वर्णन करते हुए उन्होंने पूछा कि आप मेसे कौन ऐसी मौत चाहता है?

युवतियों को हर नशे से दूर क्यो रहना चाहिए ? क्योंकि उनके शरीर इस हेतु अनुकूल नही है और उनके और उनके होने वाले बच्चे के लिए हर नशा पुरुष की तुलना में अधिक घातक है।

मेल फीमेल में एडिक्शन पर अपना तुलनात्मक वीडियो भी दिखाया।एक सिगरेट कितनी घातक हो सकती है ये भी उन्होंने दिखाया।

ड्रिंकिंग ड्राइविंग पर एक लगु नाटिका में 'एक मौत शराब के नाम 'का मंचन छात्र छात्राओं ने डॉ पी सी जैन के निर्देशन में कर नशा कर वाहन न चलाने का संदेश दिया।

सभी ने इस जीवन काल मे कोई भी नशा न करने की और अधिक से अधिक का नशा छुड़ाने का संकल्प लिया और इस हेतु एक नशा छुड़ाने की एक्सरसाइज भी डॉ पी सी जैन ने सिखाई।

इस अवसर पर एक ऐन ऐन ऐस अर्थात नशा निवारण समिति सात छात्राओ और चार छात्रो ने आयुषी माहेष्वरी,अध्य्क्ष ,जामिन शाह उपाध्यक्ष एवम कृष्णा श्रीमाली सचिव ,,महिमा वोरा,विश्वा पटेल,हेता पांचाल,हेमानी पांचाल,श्याम शाह,जैमिन सिंह राव, विनय स्वानसिया,अभिषेक गुप्ता,वैभव मेरावत ,डिंपल पालीवाल सदस्य बने।

डॉ पी सी जैन को एक प्रशस्ति पत्र देकर डॉ बी एल कुमार ,प्रिंसिपल ने सम्मानित किया।स्वागत डॉ दिलीप एवम संचालन डॉ सुमन जैन ने किया।


साभार :


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