‘माता-पिता व वृद्धजनों की उपेक्षा भी दण्डनीय अपराध’’  -देवेन्द्र भाटी

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Published on : 02 Oct, 19 07:10

अन्तर्राष्ट्रीय वृद्ध कल्याण दिवस पर किशोर गृह में गोष्ठी

‘माता-पिता व वृद्धजनों की उपेक्षा भी दण्डनीय अपराध’’  -देवेन्द्र भाटी

बांसवाडा । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बांसवाड़ा एवं जिला प्रशासन,समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में समाज कल्याण सप्ताह के अन्तर्गत मंगलवार को अर्न्तराष्ट्रीय वृद्धजन कल्याण दिवस समारोह मनाया गया।
समारोह के मुख्य अतिथी श्रीमान् देवेन्द्रसिंह जी भाटी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं विशिष्ट अतिथि कुसुम सूत्रकार प्रिसिंपल मजिस्ट्रेट किषोर न्याय बोर्ड एवं अध्यक्षता श्रीमान् अशिन शर्मा सहायक निदेषक सामाजिक न्याय एंव अधिकारीता विभाग ने की । प्रारंभ में महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गोष्ठी के  
समारोह के मुख्य अतिथि प्राधिकरण के सचिव श्री देवेन्द्र सिंह भाटी ने कहा कि सनातन भारतीय संस्कृति में सदैव वृद्धजनों को आदर व सम्मान प्राप्त था परन्तु ग्रामीण अर्थव्यवस्था व संयुक्त परिवारों का विघटन वर्तमान में वृद्धजनों की उपेक्षा व दुर्व्यवहार का मूल कारण है। वृद्धजनों के कल्याण, भरण-पोषण व सुरक्षा हेतु सरकार द्वारा 2007 में अधिनियम बनाया गया जिसके तहत माता-पिता व वृद्धजनों की उपेक्षा को एक दण्डनीय अपराध बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि अधिनियम के तहत वरिष्ठ नागरिकों को अपने पुत्र-पुत्री, पोता-पोती व रिश्तेदारों से दस हजार मासिक तक के भरण-पोषण प्राप्त करने का अधिकार दिया गया है। यदि माता-पिता अपनी संतान को अपनी संपत्ति सुपुर्द करते है और वृद्धावस्था में वह संतान उनकी सेवा नहीं करता है तो इस अधिनियम के तहत माता-पिता अपनी संपत्ति वापस भी ले सकते है। इन मामलों की सुनवाई की शक्ति सभी उपखण्ड न्यायालयों को दी गई है।
इस मौके पर उन्होने वरिष्ठ नागरिकों से भी अपील की कि वे अपने आप को कमजोर न समझे बल्कि समाज में सकारात्मक व सृजनात्मक भूमिका अदा करें क्योंकि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समाज को उनके अनुभव व मार्गदर्शन की अत्यन्त आवश्यकता है। समारोह में  समाज कल्याण विभाग के योगेष्वर पण्ड्या द्वारा स्वागत उद्बोधन एवं समाज कल्याण सप्ताह के दौरान आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की गई है। सम्मानित किये जाने वाले वृद्धजनो की उपलब्धियों पर संक्षिप्त प्रकाश डाला गया।
   वृद्धजनों को किया सम्मानित:-  
सम्मानित होने वाले वृद्धजनों में सर्व मधुसूदन व्यास, भागीरथ व्यास ने अपने अनुभवों को साझा किया। सम्मानित वृद्धजनों शरदजी शर्मा,लक्ष्मीनारायण व्यास,शान्तिलाल चौबीसा, गिरजाशंकर जोशी एवं इच्छाशंकर शर्मा को शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र एवं माल्यार्पण द्वारा अभिनंदन किया गया। 
विचार गोष्ठी में प्रिंसीपल मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड श्रीमती कुसुम सुत्रकार, उपनिदेशक श्री असीन शर्मा, बाल कल्याण समिति के सदस्य श्री मधुसुदन व्यास आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस दौरान सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, परीविक्षा अधिकारी, पैनल अधिवक्ता श्री आकाश पटेल, गणमान्य नागरिक व किशोर गृह के बच्चें आदि उपस्थित थे।  कार्यक्रम का संचालन परिवीक्षा एवं कारागृह कल्याण अधिकारी जयप्रकाश शुक्ला ने एवं आभार माग्रेट पटेल सामाजिक सुरक्षा अधिकारी ने व्यक्त किया। इस अवसर पर विभाग के कार्यालय सहायक नारायणलाल यादव, महेन्द्र व्यास एवं विभाग के सभी कर्मचारियों का सहयोग रहा। 


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