मां तुझे पहनादेंगे हम, आजादी के कंगन....

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Published on : 30 Sep, 19 05:09

नवविद्याओं का श्रोताओं ने किया रसपान - अंजुम चमकी, सत्तन बरसे, यादवेंद्र छाए

मां तुझे पहनादेंगे हम, आजादी के कंगन....

डॉ. प्रभात कुमार सिंघल,कोटा

बारां के डोल मेला रंगमंच पर शनिवार की रात अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में काव्य रस के नवरसों की जमकर बौछार हुई। जिसका श्रोताओं ने जमकर लुत्फ उठाया। कार्यक्रम में कई बार तालियों का पहाड खडा हुआ तो वीर रस की कविताओं ने दर्शकों में जोश भर दिया। 
कार्यक्रम की शुरूआत डा. काव्या मिश्रा ने सरस्वती वंदना से की तथा संचालन के रूप में शशिकांत यादव ने कवि सम्मेलन की आधारशिला रखी। आयोजन के विशेष कवि सत्यनारायण सत्तन ने चिर-परिचित अंदाज में जहां दर्शकों को खूब गुदगुदाया तो व्यंग्य वाणों से वे श्रोताओं का दिल जीतने में कामयाब रहे। शहीद भगत सिंह की जयंती पर उन्होने उन्हें समर्पित रचना मां तुझे पहना देंगे हम, आजादी के कंगन....से दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर किया। तो व्यंग्य के जरिये आज के साधु संतो ंके चरित्र  पर तीखे प्रीहार किए। फिर बाबा भागे, तब शुभ ना में जागे... जैसी रचना सुनाकर दर्शकों को लोटपोट कर दिया। राष्ट्रीय मनहर पुरूरस्कार से सम्मानित डा. सुरेंद्र यादवंेंद्र ने अपनी पंक्तियों से पाक की नापाक हरकतों पर करारे प्रहार किए। उन्होंने पडौसी मुल्क की औकात बताते हुए अपनी कविता-दोनों वक्त खाता है जितना पाकिस्तान, उतना तो हम झूंठा छोड देते हैं.... पर दर्शकों में तालियों का पहाड खडा कर दिया। अपनी डेढ घंटे की मैराथन पारी के दौरान वे दर्शकों पर छाए रहे। 
मध्यक्रम में मंच पर आई शायरा अंजुमन रहबर ने अपनी गजलों से कामयाबी के झंडे गाड दिए। बारिशों के इरादे खतरनाक है, अब पतंगे नहीं उडाना चाहिए..... जैसे शयर से उन्होंने नवयुवकों को प्रेरणा दी तो कौमी एकता पर जोर देते हुए उन्होंने शेर- इस मुल्क के माथे पर इक दाग है अंजुम, जो लोग फसादों को त्यौहार समझते हैं... से नवजाग्रति पैदा की। अंजुम के कविता पाठ से प्रभावित कुछ युवाओं ने मंच पर जाकर उनके पैर छूकर आर्शीवाद लिया। कवि शशिकांत यादव ने सम्मेलन को परवान चढाया। यादव ने- खुद की गोदी सूनी, भारती की गोद भरे, ऐसे वीर माताओं को प्रणाम है..... तथा भगवान सहाय के वीर रस की कविता- देश द्रोहियों के वंशनाश के लिए, अब आर-पार वाली जंग कर दिजिए...से दर्शकों में जोश भरा तो देवेंद्र वैष्णव की कविता पाठ को भी दर्शकों ने सराहा। कवि सम्मेलन में नाथूलाल नीडर, श्रीमती माही नेहर, रमेश पांचाल, शिवांगी सिकरवार, राजेंद्र कुमार ने भी बेहतरीन काव्य पाठ किया। 
कार्यक्रम के पहले नगर परिषद की ओर से सभी कविताओं का सभापति कमल राठौर, उपसभापति गौरव शर्मा, समाजसेवी नरेश गोयल, गोवर्धन शर्मा, विजयदीप नागर, नवीन सोन, विष्णु शाक्यवाल, सुनील सांखला, गिर्राज बटावदा, नियाज खान, शिवशंकर यादव, बबलू पोटल्या समेत अन्य पार्षदों ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। 

 


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