कठपुतली कार्यशाला का समापन

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Published on : 28 Sep, 19 05:09

कठपुतली कार्यशाला का समापन

उदयपुर | भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर के मानद सचिव दौलत सिंह पोरवाल ने बताया की भारतीय लोक कला मण्डल और उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, इलाहाबाद के सयुंक्त तत्वावधान में दिनांक १५ से २७ सितम्बर २०१९ तक आयोजित कठपुतली कार्यशाला का समापन हुआ ।

भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ. लईक हुसैन ने बताया कि राजस्थान की पारम्परिक कठपुतली कला न केवल भारत बल्कि विश्व जगत में प्रसिद्ध है, जो  वर्तमान समय में आधुनिक तकनीक एवं सामाजिक कारणों से यह विल्पुत होती जा रही ह। इसी उद्धेश्य को ध्यान में रखते हुए भारतीय लोक कला मण्डल और उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, इलाहाबाद के सयुंक्त तत्वावधान में शहर के विद्याभवन सी. से. स्कूल में दिनांक १५ सितम्बर से २७ सितम्बर २०१९ तक ’’कठपुतली निर्माण  कार्यशाला‘‘ का आयोजन किया गया।

उन्होने बताया कि लोक कलाओं के प्रशिक्षण के तहत भारतीय लोक कला मण्डल और उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, इलाहाबाद के सयुंक्त तत्वावधान में दिनांक ०५ से १५ सितंबर २०१९ तक फड चित्रकारी कार्यशाला  एवं दिनांक १५ से २७ सितंबर २०१९ तक कठपुतली निमार्ण की कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें १०० प्रतिभागीयों ने भाग लिया।

समापन समारोह के मुख्य अतिथी अजय मेहता, अध्यक्ष, विद्या भवन, रियाज तहसीन, उपाध्यक्ष, भारतीय लोक कला मण्डल, शील द्विवेदी, कार्यक्रम प्रभारी, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र एवं डॉ. हेमन्त जोशी, आरिफ सामा, वाइस प्रिसिंपल, विद्या भवन सी. सै. स्कुल आदि गणमान्य अतिथियों ने कार्यशाला में तैयार कि गई फड पेंटिग्स एवं कठपुतलीयों की प्रदर्शनी का अवलोकन कर प्रतिभागियों की प्रंशसा की ।

डॉ हुसैन ने बताया कि कठपुतली निमार्ण कार्यशाला में भारतीय लोक कला मण्डल के कलाकारों द्वारा पचास स्कूली विद्यार्थियों को कठपुतली निर्माण एवं चलाने का प्रशिक्षण दिया गया । इसके साथ ही प्रतिभागियों द्वारा कार्यशाला में दो लघु कठपुतली नाटिकाऍ पन्नाधाय एवं वरजू कंजरी का मंचन भी किया गया ।

समापन समारोह में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, प्रयागराज से आये कार्यक्रम प्रभारी शील द्विवेदी ने पधारे हुए अतिथियों, प्रशिक्षको एवं अभिभावाकों का स्वागत कर कहा कि केन्द्र इस कार्यशाला के सफल आयोजन हेतु भारतीय लोक कला मण्डल एवं विद्या भवन सी. सै. स्कूल का आभारी है। उन्होन यह भी कहा कि केन्द्र निदेशक इन्द्रजीत सिंह ग्रोवर ने यह आशवासन दिया है कि इस तरह कि कार्यशालाओं का आयोजन आगे भी किया जाएगा।

उन्होने यह भी बताया कि समापन अवसर पर गणमान्य अतिथियों ने कठपुतली निमार्ण एवं फड चित्रकारी में भाग लेने वाले प्रशिक्षणार्थियों को प्रशस्ति पत्र दिये गये।


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