विष्णु को एसडीपी देकर सेवादार इन्द्रजीत बने मददगार

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Published on : 27 Sep, 19 06:09

संदेश मिलते ही दौड पडता है मदद के लिए सेवादार इन्द्रजीत

विष्णु को एसडीपी देकर सेवादार इन्द्रजीत बने मददगार

कोटा (डॉ. प्रभात कुमार सिंघल)। डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनामजी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार प्रेमी इन्द्रजीत सिंह इन्सां ने मोबाईल पर संदेश मिलते ही सवाई मानसिंह चिकित्सालय जयपुर के बीएमटी वार्ड में एनीमिया रोग से पीडित निवासी गोधा जिला अलवर के विष्णु सिंह आत्मज राज सिंह को एसडीपी देकर उपचार में सहयोग किया। इन्द्रजीत को जैसे ही दूरभाष पर सूचना मिली कि सवाई मानसिंह चिकित्सालय में एनीमिया रोग से पीडित विष्णु को एसडीपी की आवश्यकता है, सब काम छोडकर तुरन्त जयपुर रवाना हो गये और रोगी को एसडीपी देकर उपचार में मददगार बन गये। उल्लेखनीय है कि सेवादार इन्द्रजीत सिंह ने हाल ही में 10 मई 2019 को भी 4 वर्षीय गौरांश निवाासी केशोराय पाटन को एसडीपी दिया था।
सेवादार राजेन्द्र सिंह हाडा ने बताया कि प्रेमी इन्द्रजीत सिंह ने 19 अक्टूबर,18 को छबडा निवासी रमेशचंद को एसडीपी दिया, उसके बाद 20 नवम्बर,18 को भारत विकास परिषद में भर्ती 74 वर्षीय रामजानकी बाई को एसडीपी दिया, 4 अगस्त 2018 को वेस्ट बंगाल का रहने वाला 71 वर्षीय बादल जो बीमारी की हालत में परिजनों से बिछुड गया था को कोटा के महाराव भीमसिंह चिकित्सालय परिसर से संभाला और उपचार कराकर, नहलाया और कटिंग-सेविंग कर कपडे बदलाकर साथ रखा और 7 अगस्त को परिजनों का पता मालुम कर 22 गोदाम स्थित कच्ची बस्ती जयपुर में घर तक पहुंचाया तथा शुक्रवार 8 मार्च 2019 को केके पारीक चिकित्सालय में भर्ती रामगंजमंडी  की राजस्थान ऑयल मिल कॉलोनी निवासी 26 वर्षीय पारूल माहेश्वरी को तथा शुक्रवार 10 मई को, 2019 को 4 वर्षीय गौरांश निवासी के.पाटन एवं 20 मई को ग्राम गोधा जिला अलवर निवासी को एसडीपी देकर उपचार में सहयोग किया। डेरा सच्चा सौदा के पूजनीय गुरूजी द्वारा चलाये जा रहे 134 मानवता भलाई के कार्यों में बढ चढकर कार्य करने के लिए प्रेमी इन्द्रजीत सिंह इन्सां हमेशा तत्पर रहते हैं और दूसरों के लिए मिसाल बनते जा रहे हैं। प्रेमी इन्द्रजीत सिंह का कहना है कि मानवता भलाई के  कार्य करने से उन्हें खुशी मिलती है। विष्णु के परिजनों को जब पता लगा कि रक्तदाता डेरा सच्चा सौदा के सेवादार हैं तो उन्होंने कहा कि धन्य हैं ऐसे लोग जो अपने गुरूजी के पावन वचनों पर चलते हुए इस कलियुग के समय में भी निस्वार्थ भाव मानवता भलाई के कार्यों में लगे हुए हैं।


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