उदयपुर / जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघटक विज्ञान संकाय की ओर से प्रतापनगर स्थित आईटी सभागर में आयोजित सेमीनार की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने छात्र छात्राओं का आव्हान किया कि जीवन में सफल होना है ता आत्म प्रयास, आत्म परिश्रम और आत्म संयम को आधार बनाना होगा। युवा पीढी को जीवन में संयम एवं संतुलन बनाये रखने की जरूरत है। एक अच्छा छात्र बनने के लिए अनुशासन, समय की पाबंदी, प्रतिबद्धता , ईश्वर का भय मानना और जीवन के प्रति सकारात्मक नजरिया रखना जरूरी है। उन्होने कहा कि असफलता से निराश न हो और अपने कर्तव्य पथ पर चलते रहे। मुख्य अतिथि कोटा विवि के पूर्व कुलपति प्रो. एम.एल. कालरा ने कहा कि जीवन में आगे बढना है तो भीड में अपनी अलग पहचान बनानी होगी। विधार्थी अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसी दिशा में प्रयास करे। जिसमें पास विद्या एवं गुण है वे हर जगह पूछे जाते हैं। इस अवसर पर निदेशक प्रो. मंजू मांडोत, प्राचार्य डॉ. रक्षित आमेटा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन एवं आभार डॉ. सुरभि बेंजामिन ने दिया।