उदयपुर। माईनिंग इंजिनियर्स एसोसिएशन ऑफ इण्डिया, राजस्थान चेप्टर, उदयपुर एवं खनन विभाग, काँलेज आँफ टेक्नालोजी एवं इंजीनियरींग के संयुक्त तत्वावधान में “भूमिगत खनन में साँफ्टवेर्यस का अनुप्रयोग“ विषय पर एक तकनीकी वार्ता का आयोजन किया गया।
समारोह के प्रारम्भ में माईनिंग इंजिनियर्स एसोसिएशन ऑफ इण्डिया, राजस्थान चेप्टर, उदयपुर के अध्यक्ष डॉ. एस.एस राठौड ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं साँफ्टवेयर को काम में लेने के बारे में जानकारी दी। खनन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एस. सी. जैन ने माल्यार्पण कर वक्ताओं का स्वागत किया एवं एस. के. वषिश्ट ने वार्ताकारों का परिचय दिया।
इस समारोह के मुख्य वक्ता हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के सहायक महाप्रबंधक नाथु सिंह चौधरी व मेनेजर माईन प्लानिंग विकेष चितौडा ने बताया कि डेटामाईन साँफ्टवेयर का उपयोग एवं इस साँफ्टवेयर के माध्यम से ओर बॉडी की स्थिति एवं खनिज उत्पादन हेतु अत्यधिक उपयोगी एवं लाभकारी हैं। होल प्लानिंग, लाइफ ऑॅॅफ माईन, स्लोप डिजाइन माईन प्लानिंग में महत्तवपूर्ण भूमिका सॉफ्टवेयर की रहती है इसको विस्तार से बताया।
इस कार्यक्रम मे अतिथि हिजिलि के निदेषक संचालक एल.एस.षेखावत ने खनि अभियन्ताओं को सॉफ्टवेयर्स के उपयोग करने के लिए अपने सुझाव दिए। दुनिया के कम्पीटीषन में बने रहने के लिए आधुनिकतम तकनीकी एवं साँफ्टवेयर का इस्तेमाल आवष्यक है ताकि हमारी खनिज उत्पादन लागत को कम रखा जा सके।
इस कार्यक्रम में खनन अभियन्ताओं, एम.ई.ए.आई. के सदस्य एवं अन्य अतिथियों ने भाग लिया तथा कार्यक्रम का संचालन आर. सी. कुमावत ने किया व धन्यवाद ज्ञापन सचिव मधु सूदन पालीवाल ने किया।