उदयपुर | "कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो" की सोच के साथ संघर्ष और आत्मविश्वास से लबरेज़ 30 प्रेरणादायक हस्तियों के सम्मान उदयपुर सुपर 30 अवार्ड्स समारोह में देखने को मिला..
समारोह के मुख्य अतिथि अर्थ डायग्नोस्टिक के एम डी डॉ अरविंदर सिंह ने सभी अवॉर्डी का सम्मान करते हुए कहा कि मुश्किलें सभी के जीवन में आती है परंतु अपनी एकाग्रता, ईमानदारी, लगन एवं मेहनत के दम पर हर इंसान अपने लक्ष्य निर्धारित कर अपने जीवन मे सफलता पा सकता है और प्रयत्न करते रहे और विफलताओं से डरे नही वरन उनसे सीख लें..
आयोजक परफेक्ट इवेंट्स के सूर्य प्रकाश सुहालका और आई टी गुरुकुल के संतोष कालरा ने बताया कि प्रसिद्ध शिक्षक आनंद कुमार के जीवन पर आधारित फ़िल्म सुपर 30 से प्रेरित इस अनूठे समारोह के लिए जनता से सोशल मीडिया के ज़रिए मांगे गए प्रस्तावों में मिले 150 सुझावों में से ज्यूरी ने 30 नामों की सुपर 30 सूची बनाई जिनमें प्रशासनिक अधिकारी (RAS दिनेश कोठारी, RAS मुकेश कलाल) समाजसेवी (जितेंद्र सिंह राठौड़, प्रभुदास पाहुजा, डॉ राजमती सुराणा) शिक्षाविद (स्व. श्यामलाल कुमावत, स्व. विजय श्रीमाली को मरणोपरांत), व्यवसायी (छोगालाल भोई, रामप्रसाद सुवालका, पुष्पेंद्र परमार, जय वलेचा, दिल फरियाद) शिक्षक एवं प्रशिक्षक (राहुल मेघवाल, डॉ रंजना जोशी, विनोद साहू, सुशील सेन) विचित्र विश्वरिकॉर्डधारी (इक़बाल सक्का, विनय भाणावत, मुकेश परिहार) योग प्रशिक्षक सी आई हनुवंत सिंह, पर्यावरण प्रेमी भुवनेश ओझा, प्रोफेशनल (सी ए ओ पी चपलोत, डॉ उपवन पंड्या) आदि की जीवनी बड़े पर्दे पर दर्शकों के सामने प्रस्तुत कर सम्मानित किया गया जिसके दौरान कई बार दर्शको की आंखे संघर्षो की दास्तां सुनकर नम भी हुई..
समारोह के प्रमुख सहयोगी पैरागोन मोबाइल, चूल्हा भट्टी, अरुणोदय आर्ट्स, रोटरी पन्ना, ग़ज़ल अकादमी, लेंसकिंग आदि रहे..