एंटी-रैगिंग शिविर का आयोजन

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Published on : 17 Sep, 19 05:09

अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश द्वारा विशेष शिविर आयोजन

एंटी-रैगिंग शिविर का आयोजन

प्रतापगढ|  राष्ट्रीय एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने हाल ही में घटित हुई भीलवाडा जिले में स्थित मेडिकल कॉलेज में सीनियर छात्रों द्वारा नवागंतुक छात्रों के साथ रैगिंग की घटना को गम्भीरता से लिया है और इस संबंध में माननीय रालसा एवं माननीय उच्च न्यायालय जयपुर के निर्देशानुसार समस्त राजस्थान में इस प्रकार की गतिविधियों पर लगाम कसने एवं ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इस संबंध में निर्देश प्राप्त हुए।

            जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रतापगढ के सचिव (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) लक्ष्मीकांत वैष्णव ने जानकारी में बताया कि छात्रों को रैगिंग के दुष्परिणामों एवं विधिक प्रावधानों के बारे में जानकारी देना आवश्यक है ताकि भविष्य में किसी भी प्रोफेशनल कॉलेज में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो पाये। इस उद्धेश्य की पूर्ति के लिये आज स्थानीय राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय लुहारिया रोड, प्रतापगढ पर एक विधिक चेतना शिविर का आयोजन किया गया।

            आयोजित शिविर में उपस्थित छात्र-छात्राओं को रैगिंग विरोधी कानून के बारे में जानकारी दी तथा प्राधिकरण सचिव वैष्णव ने छात्र-छात्राओं से अपील की कि ऐसी गतिविधियां अपने कॉलेज में संचालित ना करें तथा ना ही ऐसी गतिविधियों में भाग लें। शिविर के आयोजन के दौरान महाविद्यालय की प्राचार्या ने जानकारी दी कि इस महाविद्यालय में इस तरह की गतिविधियां बिल्कूल नहीं होती हैं। विद्यार्थी के एडमिशन के वक्त ही एक शपथ पत्र लिया जाता है जिसमें किसी भी प्रकार की रैगिंग गतिविधियों में विद्यार्थी के भाग नहीं लने संबंधी कथन किया जाता है एवं विद्यार्थी के माता पिता द्वारा इसकी तस्दीक भी की जाती है। इस पर प्राधिकरण सचिव ने महाविद्यालय का आभार जताया। वर्तमान में महाविद्यालय में कुल ५० छात्र-छात्राएं रजिस्टर्ड हैं। जानकारी में आया कि कुल २२० रजिस्ट्रेशन स्वीकृत हैं, जिनमें सिविल, इलेक्ट्रीक, मेकेनिकल, कम्प्यूटर साईंस आदि के विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं।

            प्राधिकरण सचिव, अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश लक्ष्मीकांत वैष्णव ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि इस प्रकार की रैगिंग संबंधी गतिविधियों में यदि कोई विद्यार्थी लिप्त पाया जाता है और शिकायत के उपरान्त जांच में सही पाया जाता है तो उस विद्यार्थी के विरूद्ध रैगिंग विरोधी अधिनियम के तहत कार्यवाही अमल में लाई जाती है और उसका कॅरियर समाप्त हो सकता है। इसी अवसर पर भारतीय संविधान के संबंध में भी सामान्य जानकारियां प्रदान की गई। कार्यक्रम के दौरान प्राधिकरण सचिव ने महाविद्यालय केम्पस के टॉबेको फ्री जोन होने पर हर्ष जताया और उपस्थित स्टॉफ की प्रशंसा भी की।

            आयोजित शिविर के दौरान ही प्राधिकरण सचिव द्वारा विश्व ओजोन दिवस के बारे में भी विद्यार्थियों को बताया तथा दैनिक जीवन में काम आने वाले सामान्य कानूनों के बारे में जानकारी दी।

            एंटी-रैगिंग शिविर के सफल आयोजन में महाविद्यालय प्राचार्या अश्मा आरा गौरी के नेतृत्व में लेक्चरर विशाल पारिक, दीपिका मीना, मनीराम मीना, सुनील प्रजापति, पुनित मल्हौत्रा, विक्रम कुमार, रामसिंह मीना, रेखा कुमारी मीना आदि ने अपना सकि्रय सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन लेक्चरर रोशन लाल रैगर ने किया। कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय प्राचार्या गौरी द्वारा प्राधिकरण सचिव को धन्यवाद ज्ञापित किया।

 

 

 

 

 

 

 


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